नायडू ने वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री द्वारा अमरावती की तुलना कब्रिस्तान से करने को लेकर की इस्तीफे की मांग

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व तेलुगू देशम पार्टी के नेता एन.चंद्रबाबू नायडू ने वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री बोत्सा सत्यानारायण द्वारा अमरावती की तुलना कब्रिस्तान से करने को लेकर मंगलवार को उनसे इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि मंत्री की टिप्पणी भयावह व अक्षम्य है। नगरपालिका प्रशासन व शहरी विकास मंत्री की निंदा करते हुए विपक्ष के नेता ने कहा कि उन्होंने राज्य के पांच करोड़ लोगों व (अमरावती के) शिलान्यास में भाग लेने वाली सभी प्रतिष्ठित शख्सियतों का अपमान किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अक्टूबर 2015 को अमरावती की आधारशिला रखी थी। नायडू तब मुख्यमंत्री थे।

अमरावती परियोजन नायडू की देन है। नायडू, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष हैं।

नायडू ने ट्वीट किया, ‘अगर आप अपनी राजधानी का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम किसानों की भावनाओं का सम्मान करें, जिन्होंने इसके लिए अपनी जमीन दी है।’

उन्होंने कहा, ‘उस नाम का सम्मान करे, जो प्राचीन समय के महान सभ्यता से प्राप्त हुआ है और पांच करोड़ तेलुगू लोगों की पहचान व उम्मीद का सम्मान करें, जिसका आप प्रतिनिधित्व करते हैं।’

नायडू ने कहा कि जो भी कुछ हो रहा है, उससे उन्हें पीड़ा है। नायडू ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी अतीत को मिटाना चाहते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए कुछ नहीं छोड़ना चाहते हैं।