मुख्तार अंसारी की पेशी टाली, गंभीर बीमारियों का दिया हवाला

इन 2 सालों में उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम 8 बार अंसारी को लाने पंजाब जा चुकी है, लेकिन जेल प्रशासन ने कभी भी उसे वापस नहीं सौंपा. जेल प्रशासन डॉक्टरों अलग अलग तर्कों से उसे सौंपने से मना करता रहा है.

इस बीच मुख्तार अंसारी ने जेल के भीतर से ही पत्र लिखकर पंजाब सरकार से आशंका जताई थी कि जैसे कानपुर वाले मामले में विकास दुबे की जीप पलट गई थी और उसका एनकाउंटर हो गया था. इसी तरह से उसके साथ भी हो सकता है. इसलिए पंजाब सरकार उसे यूपी सरकार को सौंपने से मना कर दे.

हैरानी की बात ये है कि पंजाब के रोपड़ जेल में बंद रहने के दौरान पिछले 27 महीनों में मुख्तार अंसारी एक बार भी अदालत में पेश नहीं हुआ. जेल के भीतर रहते हुए ही उसने खराब सेहत का हवाला देकर 54 बार तारीखें टाली हैं.

जेल प्रशासन के मुताबिक मुख्तार अंसारी गंभीर बीमारियों से पीड़ित है, इसीलिए उसे बाहर कड़ी सुरक्षा के बीच केवल अस्पताल के लिए ही ले जाया गया है. मुख्तार अंसारी मोहाली के एक बिल्डर से रंगदारी मांगने के मामले में 24 जनवरी 2019 से पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है.

मुख्तार के खिलाफ ये मामले साल 1991 से लेकर साल 2014 के बीच दर्ज किए गए हैं. उत्तर प्रदेश के मऊ, गाजीपुर, वाराणसी और आजमगढ़ जिले में मुख्तार के खिलाफ मामले लंबित हैं. मुख्तार के खिलाफ 4 मामले ऐसे हैं जिनमें आरोप पत्र दाखिल करने की तारीखें आ चुकी है.

बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में 10 गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं. यूपी सरकार अब तक मुख्तार की पेशी के लिए 1 साल में 26 बार वारंट भेज चुकी है, लेकिन पंजाब की रोपड़ जेल के अधिकारियों ने सेहत खराब होने का तर्क देकर वारंट को वापस भेज दिया था.

उत्तर प्रदेश में मुख्तार के खिलाफ हत्या के प्रयास, फिरौती, धोखाधड़ी, षड्यंत्र रचने, गैंगस्टर, भ्रष्टाचार और फर्जी तरीके से संपत्ति हस्तांतरित करने के मामले दर्ज हैं.