एमएस धोनी ने खोला बड़ा राज, कहा -15 गेंद बची हो तो करे ये काम

भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को दु​निया का सर्वश्रेष्ठ फिनिशर (Finisher) माना जाता है
बेशक एमएस धोनी ने करीब चार महीने से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट (International Finisher) से दूरी बना रखी है मगर अब उनके जल्द ही मैदान पर उतरने की आसार जताई जा रही है धोनी की गैरमौजूदगी में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दी गई हालांकि अब भी पंत अपेक्षाओं के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं ऐसे में महेंद्र सिंह धोनी ने दुनियाभर के क्रिकेटरों को मैच फिनिश करने का गुरुमंत्र दिया है

38 वर्ष के विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) इतिहास के सबसे पास कप्तानों में शुमार किया जाता है उन्होंने अपने करियर के अधिकांश मैचों में 5वें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी की है इनमें से अधिकांश मुकाबलों में महेंद्र सिंह धोनी कठिन लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम को जीत दिलाकर नाबाद पवेलियन लौटे हैं धोनी की इसी काबिलियत के मुरीद दुनियाभर के क्रिकेटर हैं जब भी टीम कठिन में फंसी नजर आती है, धोनी एक छोर से टीम की नैया अकेले दम पर पार लगा देते हैं

हरियाणा में एक प्रोग्राम में पहुंचे महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने मैच फिनिश करने का गुरुमंत्र दिया उन्होंने कहा, ‘इस तरह के मौके पर प्रैक्टिकल एप्रोच के अतिरिक्त बेसिक्स पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है जब आप छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो आपका लक्ष्य साफ होता है

तब बल्लेबाज को क्रीज पर जमने के लिए अधिक वक्त नहीं मिलता बल्लेबाज के पास आमतौर पर 15 से 20 गेंदें होती हैं  उसे इनका अधिक से अधिक लाभ उठाना होता है

ऐसे में प्रैक्टिकल एप्रोच अपनाना बेहद महत्वपूर्ण है मान लीजिए अगर मैं छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा हूं  15 गेंदें खेलता हूं तो मुझे पता है कि अगर मैं 25—30 रन बना दूंगा तो ये बेहतरीन प्रदर्शन माना जाएगा लेकिन वास्तव में इसका दूसरा पहलू भी है आप स्कोर करने के लिए बड़े शॉट का जोखिम उठाते हैं  ऐसे में आउट भी हो सकते हैं इसलिए आपको प्रैक्टिकल एप्रोच अपनाते हुए यह तय करना चाहिए कि आपका लक्ष्य क्या है ‘

महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने साथ ही बोला कि बड़े शॉट खेलने के लिए बल्लेबाज को अपना विकेट तोहफे में नहीं देना चाहिए हर किसी के मन में अपना लक्ष्य चल रहा होता है ऐसे में आपका ध्यान प्रोसेस अच्छा करने पर होना चाहिए क्योंकि यही वस्तु आपके हाथ में होती है प्रोसेस ठीक होगा तो सफलता जरूर मिलेगी उन्होंने कहा, ‘मैं पहले भी कह चुका हूं कि आपको उन्हीं चीजों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो आपके हाथ में है पास होने के लिए प्रक्रिया ठीक होना बेहद महत्वपूर्ण है ‘