MLC चुनाव: 12 सीटों पर नामांकन का आखिरी दिन, बसपा पर टिकी सभी की नजरें

यूपी एमएलसी चुनाव में सभी की नजरें बसपा पर हैं. बसपा ने एमएलसी चुनाव के लिए दो नामांकन पत्र खरीदे हैं, लेकिन अभी तक किसी ने भी पर्चा दाखिल नहीं किया है. एमएलसी चुनाव के नामांकन का सोमवार अंतिम दिन है और तीन बजे तक ही समय है.

ऐसे में बीएसपी या फिर निर्दलीय कोई प्रत्याशी एमएलसी चुनाव में उतरता है तो चुनावी मुकाबला दिलचस्प होगा. हालांकि, बीएसपी प्रमुख मायावती ने राज्यसभा चुनाव के दौरान ऐलान किया था कि आने वाले एमएलसी चुनाव में सपा को हराने के लिए अगर बीजेपी की भी मदद करनी पड़ी तो करेंगी. ऐसे में नजरें बीएसपी अध्यक्ष मायावती पर हैं कि वो इस चुनाव में क्या स्टैंड लेती हैं.

एमएलसी चुनाव के लिए सपा उम्मीदवार के तौर पर अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी पहले ही नामांकन कर चुके हैं. वहीं बीएसपी और कांग्रेस ने अब तक कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा है.

ऐसे में 12 सीटों के लिए अब 12 प्रत्याशी मैदान में हैं. ऐसे में यदि अब कोई और प्रत्याशी नहीं आता है तो सब उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय है. वहीं यदि 13वें कैंडिडेट ने पर्चा भर दिया तो फिर चुनाव मुकाबले से तय होगा.

बीजेपी की ओर से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद शर्मा, लक्ष्मण आचार्य, कुंवर मानवेंद्र सिंह, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला, अश्विनी त्यागी, सलिल बिश्नोई, धर्मवीर प्रजापति और सुरेन्द्र चौधरी एमएलसी के लिए नामांकन दाखिल करेंगे. मौजूदा विधानसभा के समीकरण के हिसाब से बीजेपी के सभी 10 उम्मीदवारों का जीतना तय माना जा रहा है.

हालांकि, बसपा ने दो नामांकन पत्र खरीदे हैं, लेकिन अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. ऐसे में अंतिम दिन बसपा या निर्दलीय के द्वारा नामांकन किया जाता है तो विधान परिषद की 12वीं सीट पर मुकाबला काफी रोचक हो जाएगा और छोटे दलों और बागियों की भूमिका काफी अहम होगी.

उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव की 12 सीटों पर नामांकन के लिए सोमवार आखिरी दिन है. बीजेपी के सभी दस उम्मीदवार एक साथ नामांकन पत्र दाखिल करेंगे जबकि सपा की ओर से दोनों प्रत्याशी पहले नामांकन कर चुके हैं. इन उम्मीदवारों के अलावा कोई और नहीं उतरता है तो सभी का निर्विरोध चुना जाना तय है.