दूल्हा-दुल्हन ने पीपीई किट पहनकर लिए सात फेरे , अधिकारी भी नहीं रुकवा सके शादी

सूचना मिलने के बाद तहसीलदार शादी रुकवाने दूल्हे के घर परशुराम विहार पहुंचे। लेकिन परिवारवालों के अनुरोध और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन पर शादी को विधिपूर्वक किया गया।

एहतियात के तौर पर और संक्रमण से बचने के लिए जोड़े को पीपीई किट पहना कर शादी की गयी। यहां तक कि शादी में मौजूद सभी लोग भी किट पहने हुए थे ताकि संक्रमण न फैले।

सफलतापूर्वक शादी होने के बाद दूल्हा-दुल्हन का कहना था कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि ऐसा हो पाएगा। लेकिन बड़े बुजुर्गों की सलाह और स्थानीय प्रशासन की स्वीकृति से शादी संपन्न हो सकी।

तहसीलदार नवीन गर्ग ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि रतलाम शहर के परशुराम विहार निवासी इंजीनियर आकाश वर्मा की शादी महेश नगर निवासी संजना वर्मा से 26 अप्रैल को होना तय हुई थी।

इसी दौरान आकाश वर्मा की कोरोना रिपोर्ट 19 अप्रैल को पॉजिटिव आई। इसके बाद भी दोनों परिवारों ने शादी न टालने का फैसला लिया और घर में शादी की तैयारियां शुरू हो गईं। शहर के एक मांगलिक भवन में शादी की रस्में पूरी होनी थीं। इसी दौरान कुछ लोगों ने पॉजिटिव के शादी करने की सूचना प्रशासन को दे दी।

कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते कहर के कारण शादी जैसे आयोजनों सख्त नियम लागू किए गए हैं। तो वहीं, मध्य प्रदेश के रतलाम शहर में हुई एक शादी इस वक्त चर्चा में है।

दरअसल, यहां दूल्हा-दुल्हन ने पीपीई किट पहनकर सात फेरे लिए। पीपीई किट पहनकर सात फेरे लेने के पीछे वजह यह थी कि दूल्हा कोरोना पॉजिटिव था और कंटेन्मेंट तोड़कर शादी करने पहुंचा था।

हालांकि, प्रशासन ने शादी रुकवाने की कोशिश की। लेकिन बड़े बुजुर्गों की सलाह के बाद और स्थानीय प्रशासन की स्वीकृति से शादी संपन्न हो सकी। सोशल मीडिया पर भी ये मामला सुर्खियों में है।