मेरठ की इंडस्ट्री देशभर में लोगों को कोरोना संक्रमण से कुछ इस तरह दे रही सुरक्षा

मेरठ टेक्सटाइल व स्पोर्ट्स उपकरण, ट्रैक सूट बनाने का बड़ा हब है. अंतराष्ट्रीय स्तर पर यहां से खेल उपकरण और ट्रैक सूट की सप्लाई होती है. ओलिम्पिक, कॉमनवेल्थ, वर्ल्ड चैंपियनशिन बड़े खेल मुकाबलों में मेरठ से सामान जाता है. कोरोना संक्रमण काल मे सभी स्पोर्ट्स इकाइयों ने ट्रैक सूट के बजाय पीपीई किट, मास्क बनाने प्रारम्भ कर दिए हैं.टेक्सटाइल इकाइयों में भी मास्क, किट बन रहे हैं. सर्जिकल आइटम बनाने की भी 30 से अधिक फ़ेक्टरी हैं जो दस्ताने और मास्क बना रही हैं. बड़ी स्पोर्ट्स इकाइयों ने वर्कशॉप को पीपीई मैन्युफैक्चरिंग सेंटर में तब्दील कर दिया है. देशभर में रोजाना 20 हज़ार से अधिक किट की सप्लाई शहर से हो रही है.

वेंटिलेटर के लिए टेफलाॅन वायर हिंदुस्तान हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) द्वारा बन रहे वेंटिलेटर के लिए मेरठ परतापुर की कंपनी टेफलोन तार भेज रही है. वेंटिलेटर का पिस्टन चलाने के लिए निर्बाध बिजली की आवश्यकता होती है. इसमें टेफलॉन वायर प्रयोग होता है. यह तार तापमान ज्यादा होने या वोल्टेज बढ़ाने और घटने से प्रभावित नहीं होता.

संक्रमण से बचाव का अहम अस्त्र पीपीई किट, मास्क व सैनिटाइजर के अतिरिक्त वेंटिलेटर व कोविड जाँच किट के निर्माण में मेरठ की उद्योगिक इकाईयो की प्रमुख किरदार है. देश भर में कोरोना बचाव के संसाधनों का उत्पादन मेरठ के योगदान से हो रहा है. दशा अच्छा रहे तो मेरठ से जल्द पीपीई किट और मास्क का निर्यात भी प्रारम्भ होने कि सम्भावना है.

कोविड-19 की जाँच किट की डाई के लिए ईडीएम वायर मेरठ से जा रहा है. सरकार के जमशेदपुर और भुवनेश्वर टूल रूम में मेरठ से 2400 किलो ईडीएम वायर की सप्लाई हो रही है. मोहकमपुर स्थित माहेश्वरी वायर यह वायर बनाकर भेज रहा है.