मायावती का बड़ा बयान , कहा – बीजेपी सरकार में बढ़ रहा हर तरह…

मायावती ने कहा कि वैसे तो यूपी में पिछले कई सालों के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब ही रही है व पंचायत चुनाव के दौरान भी दबंगई, अपहरण, अराजकता का माहौल आदि स्वाभाविक ही था.

उन्होंने कहा कि इसीलिए सरकार की नीति व नीयत को भांपकर ही बसपा ने पहले जिला पंचायत अध्यक्ष और फिर व ब्लॉक प्रमुखों के अप्रत्यक्ष चुनाव को नहीं लड़ने का ही फैसला उचित समझा, जो बाद के चुनावी घटनाक्रमों के मद्देनजर बिल्कुल सही फैसला साबित हुआ है.

बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि सत्ता को जैसे-तैसे और किसी भी कीमत पर हथियाने की भूख और इसी दौरान ‘सैयां भये कोतवाल अब भय काहे का’ की कहावत को चरितार्थ करते हुए उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के दौरान धनबल, बाहुबल व पुलिस और सरकारी मशीनरी का घोर दुरुपयोग हुआ.

साथ ही कहा कि पंचायत चुनाव में इसके साथ-साथ व्यापक धांधली, अपहरण, हत्या व महिलाओं के साथ अभद्रता आदि की घटनायें घटित हुई हैं जो लोकतांत्रिक सोच व व्यवस्थाओं को आघात पहुंचाती हैं, उन्हें शर्मसार करती हैं. उन्होंने कहा कि इन सबके बावजूद सरकार द्वारा जीत का दावा व जश्न आहत जनता के ज़ख्म पर नमक छिड़कने जैसा नहीं है तो फिर यह और क्या है?

मायावती ने एक बयान में कहा, ”उत्तर प्रदेश में बीजेपी शासनकाल में भी जिस प्रकार से हर प्रकार का अपराध बढ़ने से यहां पूरी तरह से जंगलराज की अराजकता चल रही है वह किसी से भी छिपा नहीं है.

ये सब पिछले समाजवार्दी पार्टी शासनकाल से कुछ भी कम नहीं है.” उन्होंने कहा, ”इसी कारण पहले जिला पंचायत अध्यक्ष और फिर ब्लॉक प्रमुखों के अप्रत्यक्ष चुनाव में सपा की तरह ही बीजेपी ने भी धनबल, बाहुबल व सत्ता के घोर दुरुपयोग सहित अन्य अनेक हथकंडे अपनाकर अधिकतर सीटें जीतने का दावा किया है।

जो जनता की बेचैनी बढ़ाने व एक बार फिर यहां लोकतंत्र की सही स्थापना के बजाय जनतंत्र को शर्मसार करने वाला है, यह अति-दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण, निन्दनीय व सभी के लिए अति-चिन्ताजनक भी है.”

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी शासनकाल में भी जंगलराज की अराजकता चल रही है और ये पिछले समाजवादी पार्टी के शासनकाल से कुछ भी कम नहीं है.

मायावती ने जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बीजेपी पर धनबल, बाहुबल व सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए इसे जनतंत्र को शर्मशार करने वाला करार दिया.