राज्यों में वैक्सीन की कमी पर मायावती ने जताई चिंता, कहा अगर जल्द…

टीकाकरण में आ रही कमी का एक मुख्य कारण टीकों की कमी भी है। ऐसे में दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इस मामले में अपनी प्रतिकिया दी है।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक सुरेश जाधव ने इस पूरे मामले को लेकर केंद्र सरकार को दोष दिया है। कंपनी के कार्यकारी निदेशक का कहना है कि सरकार ने टीकों के स्टॉक का आकलन किए बिना ही देश में विभिन्न आयु वर्ग के लोगों को टीकाकरण शुरु कर दिया जिसके कारण ये परेशानी सामने आकर खड़ी हो गई है।

बसपा प्रमुख ने ट्वीट कर लिखा, ‘कोरोना वायरस के घातक प्रकोप से देश की जनता को बचाने के लिए दुनिया के मुकाबले में भारत में टीकाकरण (Vaccination) की जो स्थिति है वह काफी भयावह है।

इसपर भी टीके की दूसरी खुराक तो और भी कम लोगों को लग पाई है जो बेहद गंभीर एवं चिन्ताजनक स्थिति को दिखाती है।’ यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बसपा की यही मांग है कि केंद्र और सभी राज्य सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें।

कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए देश भर में टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई। लेकिन आज हालात ऐसे हो गए हैं कि देश के कई राज्यों में वैक्सीन की किल्लत के कारण टीकाकरण की रफ्तार में कमी देखी जा रही है।

इस बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने देश में जारी कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम पर चिंता जताई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया के मुकाबले भारत में जो स्थिति है वह काफी भयावह है।