अभी कुछ समय पहले ही बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने संविधान के संस्थापकों को श्रद्धांजलि देते हुए बोला कि किसी को भी संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए।
इसी दिन 1946 में संविधान सभा की पहली मीटिंग हुई थी। सुश्री बनर्जी ने ट्वीट किया, संविधान सभा की पहली मीटिंग आज ही के दिन 1946 में हुई थी। हिंदुस्तान का संविधान बनाने वाले संस्थापकों को मेरी श्रद्धांजलि। इस महान दस्तावेज में जो लिखा है हमें उसकी मूल भावना से कभी छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि संविधान सभा (अविभाजित हिंदुस्तान के लिये निर्वाचित) की पहली मीटिंग आज ही के दिन 1946 में कॉन्स्टीट्यूशन हॉल में हुई थी। इस हॉल को अब संसद के केंद्रीय कक्ष के तौर पर जाना जाता है।
सड़क योजना में बंगाल सरकार को मंजूर नहीं पीएम शब्द का इस्तेमाल:जंहा इस बात पर विभिन्न केंद्रीय योजनाओं का नाम बदल कर प्रदेश में लागू करने वाली बंगाल सरकार ‘प्रधानमंत्री सड़क योजना’ की निधि से पंचायत स्तर की सड़कों का निर्माण नहीं कराना चाहती। दलील में बोला गया है कि नाम में पीएम सड़क योजना है जबकि 50 फीसद खर्च प्रदेश सरकार को उठाना पड़ता है।
यदि हम बात करें सूत्रों कि तो पीएम सड़क योजना से पीएम का नाम हटाने को लेकर विधानसभा के बाहर पत्रकारों से वार्ता में सुब्रत मुखर्जी ने बोला कि जब हम कुल लागत का 50 फीसद योगदान (प्रशासनिक लागत) देते ही हैं तो हम इन सड़कों के नाम में पीएम अंकित क्यों करें? उन्होंने बोला कि मुखर्जी ने बोला कि वास्तव में इन सड़कों के नामकरण में पॉलिटिक्स निहित हैं। इतना ही नहीं मुखर्जी ने मांग किया कि यदि ‘प्रधानमंत्री’ शब्द का प्रयोग हो रहा है तो सड़कों के नामकरण में ‘मुख्यमंत्री’ शब्द का भी प्रयोग किया जाना चाहिए।