महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को डेंगू बुखार, डॉक्टर प्लेटलेट काउंट कम होने से चिंतित

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को डेंगू बुखार हुआ है। डेंगू बुखार के कारण अजित पवार का प्लेटलेट काउंट कम हो गया है। सेहत खराब होने के कारण 64 साल के पवार मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए। डॉक्टरों ने बताया कि अजित पवार की सेहत की जांच करने के लिए बुधवार को सोनोग्राफी के साथ-साथ उनका प्लेटलेट्स काउंट टेस्ट भी किया जाएगा। डॉक्टर ने कहा कि मेडिकल टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद फैसला लिया जाएगा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाए या नहीं।

बुखार के कारण कमजोरी, आराम की जरूरत
मंगलवार देर रात पत्रकारों से बात करते हुए, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता सुनील तटकरे (अजित पवार समूह के) के साथ डॉ. संजय कपोटे ने कहा कि डिप्टी सीएम अजित की प्लेटलेट और सफेद रक्त कोशिका (WBC) की गिनती कम हो गई है। कपोटे ने कहा, “वह पिछले तीन-चार दिनों से डेंगू से पीड़ित हैं। उन्हें बुखार और कमजोरी है और आराम की जरूरत है।”

एनसीपी नेता का भरोसा- पूरी ताकत से लौटेंगे अजित पवार
राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि डेंगू पीड़ित पवार को अगले कुछ दिनों तक आराम करने की सलाह दी गई है। पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “अजित पवार अपनी सार्वजनिक सेवा जिम्मेदारियों के प्रति प्रतिबद्ध हैं। एक बार पूरी तरह से ठीक होने के बाद वह अपने समर्पित सार्वजनिक कर्तव्यों को जारी रखने के लिए पूरी ताकत से वापस आएंगे।”

राकांपा दो-फाड़, अजित पवार का पार्टी पर दावा
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिरने के बाद एकनाथ शिंदे ने सीएम की कुर्सी संभाली। अजित पवार इसी साल 2 जुलाई को सरकार में शामिल हुए। अजित पवार आठ अन्य वरिष्ठ राकांपा नेताओं के साथ एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुए। पवार के इस कदम के बाद चाचा शरद पवार से उनके रास्ते अलग हो गए।पार्टी में विभाजन हो गया। अजित पवार का दावा है कि उन्हें राज्य के 53 एनसीपी विधायकों में से 40 से अधिक का समर्थन प्राप्त है।