यहां आने वाले नागा साधु अपने पहनावे के चलते लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित कर रहे हैं। तुलसी चौक के किनारे गंगाघाट पर बैठे अजय गिरि उर्फ रुद्राक्ष बाबा को याद ही नहीं वह कब से भक्ति की राह में चल दिए हैं। बस इतना याद है कि भगवान को पाना है और फिर संसार को बचाना है।
तीर्थनगरी हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेले में हर तरफ आस्था ही आस्था नजर रही है। सड़कों से लेकर अखाड़ों की छावनियों तक में बाबाओं के दर्शन हो रहे हैं। साधु-संत अपने-अपने तरीके से जप व तप में जुटे हुए हैं।
जब तार भक्ति का जुड़ता है तो संसार का मोह छूट जाता है। ऐसे ही भक्ति रस में डूबने वालों का संगम तीर्थनगरी हरिद्वार में हो रहा है। यहां आने वाला हर बाबा और नागा संत अलग ही है। कोई हठ से भगवान को प्रसन्न करने में लगा है तो कोई भक्ति से खुश करने में। बाबाओं का कहना है कि सनातन धर्म का झंडा हमेशा बुलंद रहे।