लोकसभा-राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित, वजह जानकर चौक उठे लोग

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में हंगामा करने वाले सांसदों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो मुझे सदन की मर्यादा बनाए रखने के लिए उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। सदन के कुछ सदस्य ऐसी घटनाओं को दोहरा रहे हैं जो संसद के नियमों के विरुद्ध हैं।

 

विपक्ष द्वारा सदन में पेगासस मामले पर चर्चा की मांग पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राज्यसभा में हमारे मंत्री का सुओ मोटो स्टेटमेंट था, राज्यसभा में स्टेटमेंट देने के बाद चर्चा होती है। उन्होंने मंत्री जी का वो पेपर क्यों फाड़ा? इसका मतलब वे चर्चा चाहते ही नहीं।

संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा को 11.30 बजे और राज्यसभा को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

शिरोमणि अकाली दल ने किसानों के मुद्दे पर संसद में प्रदर्शन किया। हरसिमरत कौर बादल (SAD) ने कहा, ‘9 दिनों से मैं रोज स्थगन प्रस्ताव दे रही हूं। अगर सरकार चर्चा चाहती तो स्थगन प्रस्ताव स्वीकार करके समय देती। ये अन्नदाता विरोधी सरकार है।

संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा जारी है। विपक्षी सांसद सदन के वेल के पास जमा हो गए और विभिन्न मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया। इशके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं, हंगामें के चलते लोकसभा को भी 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा है।

पेगासस जासूसी कांड की जांच की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने अब तक सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी है। आज भी संसद में विपक्ष के हंगामें के चलते दोनों सदनों को स्थगित करना पड़ा।

विपक्ष ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार चर्चा के लिए राजी नहीं होगी तब तक संसद का संग्राम ठप नहीं होगा। वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद में हंगामा करने वाले सांसदों को चेतावनी दी है।

उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही होता रहा तो सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। सरकार ने लोकसभा में दो और राज्यसभा में एक विधेयक पारित कर यह साफ संदेश दे दिया है कि विपक्ष के दबाव की उसे परवाह नहीं।