लॉकडाउन ने छीनी रोजी-रोटी तो ऑटो में सावरा होकर अपने गांव लौटने पर मजबूर हुआ ये परिवार…

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के कमला प्रसाद गुप्ता मुंबई गए तो थे नई दुनिया बसाने, इसीलिए उन्होंने वहां ऑटो खरीदा और जुट गए रोजी रोटी कमाने। जिंदगी पटरी पर चल रही थी, मगर कोरोना महामारी ने उनकी हंसती खेलती जिंदगी को मुसीबत में डाल दिया और अब वे रोजी रोटी कमाने के लिए खरीदे गए ऑटो के सहारे ही अपने गांव लौट रहे हैं।

महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कामगारों की वापसी हो रही है। उत्तर प्रदेश के निवासियों को मध्य प्रदेश से होकर गुजरना पड़ रहा है। दर्जनों ऑटो का काफिला एक साथ सड़कों पर नजर आता है। एक ऑटो में पत्नी-बच्चों सहित चार से पांच लोग तक सवार हैं और उसमें उनकी गृहस्थी का भी सामान भरा होता है।

मध्य प्रदेश के दमोह से गुजर रहे ऐसे ही ऑटो चालकों के काफिले में शामिल संतोष गुप्ता अपने परिवार के साथ वापस मिर्जापुर लौट रहे हैं। उनके परिवार के छह सदस्य वहां ऑटो चलाने का काम करते रहे हैं। कोरोना महामारी के कारण हुए लॉक डाउन के बाद उन्हें मुंबई के लोगों का साथ नहीं मिला और यही कारण है कि वे वापस लौटने को मजबूर हैं। उन्हें लगभग डेढ़ हजार किलोमीटर का रास्ता ऑटो से ही तय करना है।