3 मई के बाद पूरे भारत में होगा ये, तैयारी में जूटी सरकार

पूर्ण संख्या के आधार पर देखें तो तस्वीर बिल्कुल अलग है. लॉकडाउन से पहले प्रति दिन के आधार पर 44 कोरोनावायरस केस सामने आ रहे थे. लेकिन 25 मार्च से 27 अप्रैल के बीच हर दिन 805 केस जुड़े.

 

DIU ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से मुहैया कराए गए डेटा का इस्तेमाल करके दैनिक नए केस का 7 दिन का रोलिंग एवरेज निकाला. फिर उसकी तुलना ऐसे देशों से की, जहां लॉकडाउन में या तो ढील दी जा चुकी है या अगले कुछ दिनों में ऐसा होने वाला है.

चीन ने महामारी के एपिक सेंटर वुहान में 7 अप्रैल को बंदिशों को ढीला किया. ऑस्ट्रिया ने 14 अप्रैल, जर्मनी ने 19 अप्रैल और स्विट्जरलैंड ने 27 अप्रैल को लॉकडाउन हटाया या उसमें ढील दी. इटली और ऑस्ट्रेलिया आने वाले हफ्तों में लॉकडाउन की बंदिशों को हटाने वाले हैं.

चीन में जब वुहान को खोला गया तो 7 दिन का रोलिंग एवरेज 63 था. इसके मायने ये हैं कि लॉकडाउन के आखिरी हफ्ते में चीन में हर दिन 63 केस जुड़े.

स्विट्जरलैंड ने सोमवार को पाबंदी हटाईं. यहां बीते हफ्ते में 188 नए केस बढ़ने का औसत देखा. इस तरह ऑस्ट्रिया में ये आंकड़ा 228 और ऑस्ट्रेलिया में 23 रहा.

भारत अब 40 दिन के लॉकडाउन के आखिरी हफ्ते में दाखिल हो रहा है. ऐसे में यक्ष प्रश्न ये है कि क्या देश 3 मई को लॉकडाउन खत्म करने को तैयार है? 27 अप्रैल तक भारत में कोरोना के 28000 से ज्यादा केस सामने आ चुके थे और करीब 900 मौत हो चुकी थीं.

आजतक की डेटा इंटेलिजेंस यूनिट (DIU) ने पाया कि दैनिक आधार पर कोरोना के नए केस बढ़ने का प्रतिशत नीचे आया है, जो कि एक सकारात्मक संकेत है.

अगर लॉकडाउन से पहले की बात करें तो कोरोना के केस की हर दिन औसत बढ़ोतरी 20 फीसदी थी जो लॉकडाउन की अवधि में घटकर 12 फीसदी पर आ गई.