चीन के खिलाफ उतरा ये देश, बीच सीमा पर…किया…

जानकार सूत्रों का कहना है कि भारत ने अब तक के घटनाक्रम और इस विवाद को हल करने के लिए किए गए प्रयासों के बारे में दुनिया के इन दो बड़े देशों को पूरी जानकारी दी है।

 

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के मामले में भारत और चीन दोनों देशों ने ट्रंप के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।

बाद में ट्रंप के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने उन्हें इस बात की जानकारी दी थी कि भारत और चीन के बीच विवादों को निपटाने के लिए मैकेनिज्म है और इसी के तहत दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है।मध्यस्थता का प्रस्ताव किया था।

जानकार सूत्रों का कहना है कि हाल के महीनों में भारत देश में हुए सभी बड़े घटनाक्रमों से अपने मित्र देशों को अवगत कराता रहा है। कश्मीर में धारा 370 समाप्त होने के बाद भी भारत ने बड़े स्तर पर कूटनीतिक कवायद करते हुए कई देशों को भरोसे में लिया था।

भारत की कूटनीतिक कवायद के चलते ही पाकिस्तान के दुष्प्रचार का एजेंडा पूरी तरह फेल हो गया था। सूत्रों के मुताबिक चीन के साथ भारत के सीमा विवाद पर दुनिया के कई देशों की निगाह है।

इसलिए भारत की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में इन देशों को लगातार अपडेट किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक भारत विभन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर मित्र देशों का भरोसा हासिल करने की रणनीति पर चल रहा है।

पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद के बाद भारत ने चीन की कूटनीतिक घेरेबंदी तेज कर दी है। भारत सैन्य मोर्चे के साथ ही कूटनीतिक मोर्चे पर भी चीन को जवाब देना चाहता है।

भारत ने सीमा विवाद को हल करने के लिए अब तक किए गए प्रयासों से अपने पुराने मित्र देश रूस और रणनीतिक साझीदार अमेरिका को भरोसे में लिया है।