9 नवंबर को लालू यादव की रिहाई और 10 नवंबर को नीतीश की विदाई, जानिए पूरा मामला…

तेजस्वी ने कहा, “देखा भाई लोग, हम नवरात्र कैले बानी, झूठ न बोलब, हम सीधा बात करतनी, जो कहतनी, वो सच कर तानी। मुख्यमंत्री बनते ही पहली अगर हमारी कलम चलेगी तो पहली कैबिनेट मीटिंग में 10 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी देंगे।” तेजस्वी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा और पूछा कि उस विशेष पैकेज का क्या हुआ जिसके लिए आपने पांच साल पहले बिहार की बोली लगाई थी।

तेजस्वी ने सभा में उपस्थित लोगों से पूछा कि क्या 15 साल में नीतीश जी ने आपको रोजगार दिया, पलायन रोका? उन्होंने राज्य में उद्योग धंधे लगवाए? तेजस्वी ने कहा, “नीतीश जी कहते हैं कि बिहार समंदर के किनारे नहीं है इसलिए यहां उद्योग नहीं लग सके लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि लालू जी ने रेल मंत्री रहते हुए मधेपुरा, छपरा में रेल कारखाना लगवाए या नहीं लगवाए?”

केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार का 18 जिला बाढ़ में डूबा रहा, लेकिन सेंट्रल की टीम भी नहीं आई। कोई नहीं देखने आया। नीतीश जी 144 दिन तक घर के अंदर रहे, लेकिन अब वोट चाहिए तो बाहर निकल रहे हैं। नीतीश कुमार पलायन को रोक नहीं पा रहे हैं। बिहार का अरबों रुपया बाहर जा रहा है।

तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार 15 साल से राज्य के मुख्यमंत्री हैं। केंद्र और राज्य दोनों जगह इनकी सरकार है, लेकिन इस डबल इंजन की सरकार में कहीं भी कोई काम बिना चढ़ावा के नहीं होता है।

तेजस्वी ने कहा कि थाने और ब्लॉक से लेकर हर जगह भ्रष्टाचार है। रोजगार के मुद्दे पर पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि जो रोजगार था उसे भी दोनों ने छीन लिया। कोरोना काल में सीएम नीतीश कुमार अपने आवास में थे, लेकिन बाहर नहीं निकले।

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों के नेता ताबड़तोड़ रैली कर रहे हैं। आज नवादा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने रैली को संबोधित किया। इस दौरान तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला।