इसलिए कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। बता दें लालू प्रसाद किडनी, शुगर, हार्ट आदि की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे में उन्हें कैंपस में ही टहलने की भी सुविधा हासिल हो जायेगी।रिम्स निदेशक ने साफ कहा कि लालू यादव की
चिकित्सा कर रहे डॉक्टर और उनके सहयोगी किसी चिकित्सक तथा चिकित्सा कर्मी को कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाया गया था, बीते सप्ताह लालू प्रसाद की सुरक्षा में तैनात चार सेवक कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। ऐसे में 72 साल के लालू प्रसाद को कोरोना से बचाव के लिए एहतियात बढ़ाने की जरूरत तो थी ।
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, राज्य सरकार के अधिकारियों एवं रिम्स के सामूहिक फैसले के तहत लालू प्रसाद यादव को शिफ्ट किया गया है।
रिम्स ( झारखंड) की कार्यकारी निदेशक डॉ. मंजू गड़ी ने बताया कि लालू प्रसाद यादव को रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट कर दिया गया क्योंकि उन्हें रिम्स के पेइंग वार्ड में कोरोना वायरस संक्रमण होने की आशंका थी।
उन्हें रिम्स रांची के पेइंग वार्ड में भर्ती किया गया था, लेकिन अब उनका ठिकाना बदल गया है। कोरोना के संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए बुधवार को उन्हें रिम्स निदेशक की कोठी यानी केली बंगला में शिफ्ट कर दिया गया। जेल प्रशासन और पुलिस प्रशासन की निगरानी में उन्हें केली बंगला ले जाया गया।
लालू प्रसाद यादव का नया ठिकाना रिम्स के निदेशक को बंगले को बनाया गया है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पशुपालन घोटाला मामले में सजायाफ्ता है।