कोरोना वायरस के चलते चीन ने भारत में भेजा ये, जांच में जुटे लोग

रमन आर गंगाखेड़कर के मुताबिक, रविवार तक देश में 2,06,212 कोविड 19 जांच की जा चुकी हैं. उनके अनुसार इस बारे में घबराने या परेशान होने की जरूरत नहीं है. देश में अगले 6 हफ्तों के लिए टेस्‍ट करने संबंधी पर्याप्‍त स्‍टॉक है.

चीन से आने वाले टेस्टिंग किट्स की डिलीवरी में देरी होने के बाद सरकार ने दक्षिण कोरिया, जर्मनी और फ्रांस जैसे अन्य देशों के साथ-साथ भारत-निर्मित किट को मंजूरी दे दी थी.

इन टेस्टिंग किट की सप्लाई करने के लिए गुजरात स्थित वोक्सटूर बायो, दिल्ली स्थित मोहरा डायग्नोस्टिक्स और सरकारी स्वामित्व वाली एचएलएल लाइफकेयर फर्म को स्वीकृत मिली है.

इससे पहले चीन से भेजी गई 5 लाख स्पेशल किट भारत की बजाय अमेरिका पहुंच गई थी. भारत ने चीन की जिस कंपनी को ये ऑर्डर दिया था, उसके निर्यातक व्यापारी ने गलती से ऑर्डर अमेरिका भेज दिया था.

इस किट की ये खासियत है कि इससे सिर्फ आधे घंटे में टेस्ट हो जाता है और पता चल जाता है कि व्यक्ति को कोरोना से संक्रमित है या नहीं. अभी देश में एक सैंपल की जांच में तीन से चार घंटे लग जाते हैं.

देश में कोरोना वायरस संक्रमितों (Coronavirus) की जांच और इस के लिए भारत चीन से (Covid 19) की जांच किट (Covid 19 test kit) ले रहा है.

चीन ने 6 लाख 50,000 किट्स (रैपिड ऐंटीबॉडी और RNA एक्सट्रेक्शन) गुरुवार को भारत के लिए रवाना कर दी है. चीन में भारतीय राजदूत विक्रम मिसरी ने यह जानकारी दी.

वहीं, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के रमन आर गंगाखेड़कर के अनुसार चीन से कोविड 19 की पहली खेप 16 अप्रैल शाम तक मिलने की उम्मीद जताई है.