कोरोना का कहर : इस देश में नहीं बची शवों को रखने की जगह, रेफ्रिजरेटरों का कर रहे उपयोग

ये ठंडे कंटेनर करीब 40 फीट लंबे हैं। व इन्हें सरकारी अस्पतालों में रखवाया गया है, जिससे कब्र बन जाने तक शवों को सहेज कर रख जा सके।

 

पिंचिंचा की एक ऑफिसर का बोलना है, ‘जिस तरह संक्रमितों की बड़ी संख्या से हमारे अस्पताल पट गए हैं, अच्छा उसी तरह मरने वालों की बड़ी संख्या से अंतिम संस्कार की प्रणाली भी चरमरा गई है।

दशा ये हैं कि इक्वाडोर में मृत शरीर घरों के बाहर व सड़कों के किनारे पड़े हुए हैं। अब हमारा कार्य ये है कि वो परिवार जिन्होंने कोरोना वायरस की वजह से किसी अपने को खोया है वो उन्हें सम्मान के साथ विदा करें। ‘

उन्होंने बोला कि अगर राजधानी में आकस्मित मौतों की संख्या बढ़ती है तो पूर्व क्विटो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का रनवे, जिसे एक पार्क में बदल दिया गया था, वो लाशों के संग्रह का केन्द्र होगा।

पौने 2 करोड़ की आबादी वाले देश इक्वाडोर में कोरोना वायरस के अब तक करीब 8,500 मुद्दे सामने आए हैं व 420 लोगों की मृत्यु हुई है।

कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर पूरी संसार पर टूटा है, लेकिन इक्वाडोर (Ecuador) के दशा इसकी भयावह कहानी बयां कर रहे हैं।

इस देश में कोरोना वायरस से मारे गए लोगों के शवों को बड़े-बड़े रेफ्रिजरेटरों में रखा जा रहा है, क्योंकि मुर्दाघर व अस्पतालों में अब शवों को रखने की स्थान ही नहीं बची है।

COVID-19 ने इस देश को इस तरह प्रभावित किया है कि यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। दशा ये हैं कि कुछ मामलों में तो सरकार मृतकों के मृत शरीर भी नहीं उठा पा रही है। सरकार लाशों को अस्थायी रूप से ठंडे कंटेनरों में स्टोर करने को विवश है।