पाकिस्तान में बना कोरोना का अड्डा, मौलानाओं ने 194 मस्जिदों में किया ऐसा…

कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित पंजाब प्रांत में ही करीब 80 मस्जिदों में नियमों का खुला उल्लंघन देखें को मिला. शुक्रवार और शनिवार को लोगों ने न सिर्फ मस्जिदों में इकठ्ठा होकर नमाज़ पढ़ी बल्कि भीड़ की वजह से लोग सड़कों पर भी नमाज़ और तरावीह पढ़ते नज़र आए.

 

सरकार की मस्जिद खोलने की शर्तों के मुताबिक़ लोगों को 6 फीट का फासला रखना था, इसके उलट लोग गले लग कर रमजान की बधाई देते नज़र आए.

सिर्फ पंजाब ही नहीं इस्लामाबाद, सिंध, खैबर पख्तून और कराची जैसे शहरों की 194 मस्जिदों से ऐसी तस्वीरें आई हैं जहां नियमों की अनदेखी की गयी.

इनमें से 89 मस्जिदों में तो लोगों ने मास्क तक नहीं पहना हुआ था और नियम का उल्लंघन कर बच्चों को भी नमाज़ पढ़ने के लिए साथ लाया गया था.

पाकिस्तान में रविवार को कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर 13,105 हो गई है. पाकिस्तान इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन (पीआईएमए) के अध्यक्ष डॉक्टर इफ्तिखार बर्नी ने शनिवार को कहा, ‘मस्जिदें वायरस संक्रमण का एक प्रमुख स्रोत बन रही हैं.’

बर्नी ने पत्रकारों से कहा कि पिछले सप्ताह के दौरान संक्रमित मामलों की संख्या तेजी से बढ़ी है. उन्होंने कहा, ‘एक महीने में कोरोनो वायरस के लगभग 6,000 मामले सामने आये है…लेकिन पिछले छह दिन में ये दोगुना हो गये हैं.’

पाकिस्तानी (Pakistan) प्रधानमंत्री इमरान खान और कट्टरपंथी उलेमाओं के बीच रमजान (Ramadan) के दौरान मस्जिदें खोलने को लेकर हुए समझौतों कि खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

कोरोना संक्रमण  से सबसे बुरी तरह प्रभावित पंजाब में रविवार को 80 मस्जिदों के उलेमाओं ने खुलेआम न सिर्फ भीड़ जमा की बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी नहीं किया गया.

उधर पाकिस्तान की शीर्ष इस्लामी चिकित्सा संस्था ने चेतावनी दी है कि मस्जिदें कोरोनो वायरस (Covid-19) संक्रमण का अड्डा बनती जा रहीं हैं, इसलिए लोगों को घरों में ही नमाज़ और तरावीह पढ़नी चाहिए.