जानिए अब यमुना में मिले बहते हुए शव, नदी किनारे कुत्ते नोच रहे है अधजले शव

वहीं कई लोग हैं जो जल्दबाजी में शवों को अधजला ही यमुना में प्रवाहित कर देते हैं। कुछ दिन पहले तक 20-25 शवों का रोजाना अंतिम संस्कार होता था।

कोई यदि देखरेख न करे तो कुत्ते भी शवों को खींच ले जाते हैं। वहीं घाट के पुरोहित ने कहा कि मना करने के पश्चात् भी लोग शवों को पानी में अधजला फेंक कर चले जाते हैं।

औरेया जिले में यमुना में कई अधजले शव नजर आए। प्राप्त खबर के मुताबिक औरैया जिले में श्मशान घाट पर लोग शवों को पूरा जलने से पहले अधजला ही पानी में बहा दे रहे हैं। औरैया के शेरगढ़ घाट के किनारे पड़े शव कुत्ते नोंच रहे हैं.

जिससे संक्रमण फैलाने का संकट बना हुआ है। औरैया के यमुना नदी के शेरगढ़ घाट पर एक तरफ कई चिताएं जलती दिखाई दे रही हैं, तो वही दूसरी तरफ यमुना नदी में शव बहते नजर आ रहे हैं।

शेरगढ़ घाट पर उपस्थित देखरेख करने वाले लोगों ने कहा कि रोजाना 8 से 10 लोगों का अभी अंतिम संस्कार हो रहा है। लोग शव को अधजला छोड़ कर ही चले जाते हैं।

कोरोना के बीच कई हैरान कर देने वाले मामले सामने आ रहे है वही कोरोना महामारी के बीच निरंतर बढ़ते मामलों के बीच मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। इस के चलते गंगा में बहते शव भी देखने को मिले हैं।

बिहार के बक्सर तो उत्तर प्रदेश के वाराणसी तथा चंदौली में भी गंगा नदी में शव बहते नजर आए। कहा जा रहा है कि ये शव कोरोना रोगियों की हैं तथा इनके परिवार वालों ने अंतिम संस्कार करने की बजाय इन्हें नदी में बहा दिया। गंगा नदी के पश्चात् अब यमुना में भी बहते हुए शव नजर आ रहे हैं।