केरल विमान दुर्घटना: सामने आया ये बड़ा सच, जानिए क्या है असली कारण

अब एयरपोर्ट पर रेस्क्यू कार्य में लगे सारे लोगों को सेल्फ क्वारेंटाइन किया जा रहा है। उन सबके सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। इसके बाद घायल यात्रियों से उनके घर वालों को भी नहीं मिलने दिया गया।

 

केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि 45 साल के यात्री सुधीर वायर्थ का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था, वह पॉजिटिव पाया गया है।

इसके साथ ही उड़ान IX-1344 के ब्लैक बॉक्स भी बरामद किए गए हैं। जांच की रिपोर्ट आने के बाद सार्वजनिक की जाएगी। घायलों की कोरोना जांच कराई गई है और रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल सभी लोगों को कोरोना की जांच कराने और सेल्फ क्वारेंटाइन में जाने को कहा गया है। प्लेन में दो पायलट और क्रू मेंबर समेत 191 यात्री सवार थे।

वहीं केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि साठे ने समय रहते इंजन बंद कर दिया था, जिससे विमान में आग नहीं लगी। हादसे में मरने वालों का आंकड़ा शनिवार को 18 हो गया, जिनमे से एक मृतक कोरोना संक्रमित भी मिला है।

इसी बीच कोझिकोड पहुंचे उद्यान मंत्री हरदीपपुरी ने कहा कि साठे सबसे अनुभवी पायलट थे, 10000 घंटे से ज्यादा उड़ान का अनुभव था, यहां भी वे 27 बार लैंडिंग कर चुके थे।

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने शनिवार को बताया कि पायलट डिवी साथे ने पहले रनवे 28 पर लैंडिंग की कोशिश की बारिश में रनवे नहीं दिखा, फिर रनवे 10 पर लैंडिंग की कोशिश की, 2.7 किलोमीटर लंबे रनवे पर लैंडिंग तय प्वाइंट से काफी आगे हुई। जिसकी वजह से हादसा हुआ।

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दावा किया है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान रनवे से लगभग 1,000 मीटर पहले ही टैक्सी-वे के पास टकरा गया था

कोझिकोड विमान दुर्घटना मामले में विमान अधिनियम के तहत जांच का आदेश दिया गया है। इसी बीच विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का असली कारण भी सामने आ चूका है। ।