कोरोना का खौफ, इन राज्यों में भूलकर भी न रखे कदम, वरना भुगतना पड़ेगा ये परिणाम

यह अभियान सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग तथा स्वायत्त शासन विभाग द्वारा चलाया जाएगा. सीएम गहलोत ने कहा कि कुछ राज्यों में कोरोना के केस बढ़ना चिंता का विषय है, क्योंकि यह बीमारी कब क्या रूप ले ले कोई नहीं जानता. इसे देखते हुए कुछ राज्यों ने आवागमन पर फिर पाबंदियां लगाना आरंभ कर दिया है.

सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना अभी तक पूरी तरह ख़त्म नहीं हुआ है. कुछ दिनों में केरल एवं महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में इसके केस तेजी से बढ़े हैं. ऐसे में प्रदेशवासी सतर्क और सजग रहें.

मास्क लगाने, शारीरिक दूरी रखने सहित अन्य हैल्थ प्रोटोकॉल की प्रभावी पालना सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कुशल प्रबंधन की वजह से राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आने के बाद राज्य सरकार ने व्यावसायिक एवं सामाजिक गतिविधियों में रियायत दी थी.

मगर ऐसा देखने में आया है कि कुछ लोग कोरोना प्रोटोकॉल की पालना को लेकर सतर्कता नहीं बरत रहे हैं. इसे देखते हुए उन्होंने प्रदेशभर में मार्च के प्रथम सप्ताह से पुनः जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश जारी किए गए हैं.

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र एवं केरल से राज्यमें आने वाले यात्रियों के लिए नियम सख्त कर दिए हैं. अब इन दोनों राज्यों से राजस्थान में आगमन पर यात्रा आरंभ करने के 72 घंटे के अंदर करवाए गए आरटी-पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही रेलवे स्टेशन एवं एयरपोर्ट पर उनकी स्क्रीनिंग करने के भी निर्देश दिए हैं.