करतारपुर कॉरिडोर : सिख श्रद्धालुओं से पाक करा रहा ये काम

कश्मीर मामले को लेकर हिंदुस्तान  पाक के बीच हाल के दिनों में बहुत ज्यादा तानातनी हुई है. बौखलाए पाक ने हिंदुस्तान के साथ कई संबंधों को समाप्त कर दिया. लेकिन उसने करतारपुर कॉरिडोर पर अपना रूख सकारात्मक बनाए रखा.

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पाक इन दिनों भयानक आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. उसकी अर्थव्यवस्था लगभग विदेशी मदद पर निर्भर है. जिसके कारण वह भारी लोन में फंसा हुआ है. इसिलिए पाक अब इस कॉरिडोर से धन उगाहना चाहता है. वह भारतीय सिख श्रद्धालुओं से इस पवित्र स्थल के भ्रमण के लिए वसूली करने पर अड़ा हुआ है.

उसने हिंदुस्तान को भेजे अंतिम मसौदे में करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए आने वाले भारतीय श्रद्धालुओं से 3120 पाकिस्तानी रुपये (20 डॉलर) वसूलने का प्रस्ताव बरकरार रखा है. हालांकि हिंदुस्तान पहले भी इस प्रस्ताव पर अपनी असहमति जता चुका है. दरअसल, सिख श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में हर वर्ष करतारपुर आने को देखते हुए इस्लामाबाद इसे अपनी कमाई का अच्छा मौका मान रहा है. पाक के अंतिम मसौदे के मुताबिक, हर कोई बिना किसी पाबंदी के करतारपुर कॉरिडोर का प्रयोग कर सकता है.

भारत को कम से कम 10 दिन पहले श्रद्धालुओं की एक सूची पाक को सौंपनी होगी  इस पर वह 4 दिन में जवाब देगा. करतारपुर साहिब जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को जीरो प्वाइंट पर परिवहन की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. पाक की ओर से अभी करतारपुर कॉरिडोर के खोलने की तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. वहीं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने 12 अक्तूबर को ट्वीट कर बोला था कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी 8 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे.