करेला खाने या उसका जूस पिने से कई तरह की बीमारियों को करता है दूर

अक्सर लोग कड़वी चीजों को देखते ही मुंह बनाने लगते हैं. लेकिन आयुर्वेद विशेषज्ञ के अनुसार एक स्वस्थ  संतुलित आहार में सभी छह स्वाद-मीठा, खट्टा, नमकीन, तीखा, कड़वा  कसैला शामिल होना चाहिए.

करेला : यदि दिन में मिठाई अधिक ली है तो डिनर में करेला खाएं. यह मिठाई के कारण जमा हुए विषैले पदार्थों को साफ करेगा. खासकर मधुमेह के रोगियों में यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है.

नीम की पत्तियां – नीम की पत्तियां खून को साफ करती हैं. इनके नियमित प्रयोग से लिवर  पाचन ग्रंथि की कार्यप्रणाली सुधरती है. पेन्क्रियाज का काम सामान्य बनाकर इंसुलिन का उत्पादन बेहतर करती हैं.

अदरक पाकिस्तान : यह भूख बढ़ाने के साथ पाचन शक्तिदुरुस्त करता है. शरीर की कोशिकाओं को पोषण देता है जिससे जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द में आराम होता है. यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर मौसमी बीमारियां जैसे सर्दी, खांसी, सांस सम्बंधी समस्या  ब्लड क्लॉटिंग से बचाता है. किसी भी तरह के संक्रमण से यह बचाव करता है.

सेब का सिरका : डायटीशियन के अनुसार कार्बनिक कच्चे सेब का सिरका पाचनतंत्र की स्वास्थ्य सुधारने के साथ इम्युनिटी बढ़ाता है. यह आंतों की पोषक तत्त्वों को पचाने  अवशोषित करने की क्षमता बढ़ाता है. बेहतर परिणाम के लिए प्रतिदिन इस सिरके की एक या दो चम्मच मात्रा ली जा सकती है.