अभी – अभी पाकिस्तान में हुई ऐसी घटना, लोग हो रहे…

सरकार और खास तौर पर स्वास्थ्य विभाग से यह आग्रह किया गया था कि उन्‍हें टेस्‍ट किट मुहैया कराई जाएं. ताकि जायरीन का टेस्‍ट करके उन्‍हें अन्‍य लोगों से अलग किया जा सके.

 

वहीं कहा गया है कि डिप्‍टी कमिश्‍नर ने कई बैठकों के दौरान अपने वरिष्ठ अधिकारियों और स्वास्थ्य सचिव को बताया था कि सभी जायरीन को उनके गृह जिलों में भेजे जाने से पहले उनकी जांच की जानी चाहिए.

मगर शीर्ष अधिकारियों ने जिला प्रशासन को सिर्फ 5 फीसदी जायरीन की जांच किए जाने के लिए कहा. इसमें से भी 3 फीसदी जायरीन में कोरोना की पुष्टि हुई.

सूत्रों के मुताबिक कहा गया है कि जिला प्रशासन ने उच्चाधिकारियों के निर्देशों के मुताबिक सभी जायरीन को उनके गृह जिलों में भेजने की व्यवस्था की और उन्हें 4 अप्रैल को भेजने के लिए बसों की भी व्यवस्था की.

हालांकि जिला प्रशासन ने कर्मचारियों को निर्देश दिया था कि उन्‍हें बस की सीट पर बिठाने से पहले हर व्यक्ति की जांच की जाए. वहीं जब जायरीन को बताया गया कि उनकी जांच के बाद ही उन्हें उनके पैतृक जिलों में भेजा जाएगा.

तो उन्‍होंने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.पाकिस्‍तान (Pakistan) में सप्‍ताह भर पहले क्‍लियर करार देकर अपने-अपने जिले भेजे गए 1160 लोगों में से 453 लोगों के अपने जिले में पहुंचने के बाद कोरोना वायरस (COVID-19) का संक्रमण पाया गया.

‘डॉन’ की खबर के मुताबिक सूत्रों ने बताया है कि ताफ्तान (Taftan) से पिछले महीने 20 मार्च को नेगेटिव घोषित किए गए लोगों की दोबारा जांच की गई, तो जिला प्रशासन ने थर्मल स्क्रीनिंगके जरिये की गई जांच के बाद उनमें कोरोना का संक्रमण की पुष्टि की. इसके बाद इन्‍हें दूसरे लोगों से अलग रखा गया है.