अभी – अभी इन दो देशो के बीच शुरू हुई जंग, 48 लोगों की मौत

इजरायल की राजधानी यरूशलम सिर्फ एक पवित्र शहर है बल्कि ये एक ऐतिहासिक शहर भी है. इजरायल का यरूशलम शहर यहूदियों के साथ-साथ ईसाइयों और मुस्लिमों का भी केंद्र है.

इजरायल की करीब 74.2 फीसदी आबादी यहूदी, 17.8 फीसदी आबादी मुस्लिम और 2 फीसदी आबादी क्रिश्चियन है. इजरायल की कुल आबादी में फिलिस्तीनियों की भी हिस्सेदारी है.

जो आए दिन संघर्ष की वजह बनती है. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ. दरअसल, 7 मई को रमजान के पाक महीने का आखिर शुक्रवार था. पूर्वी यरूशलम में स्थित अल-अक्सा कंपाउंड में फिलिस्तीनियों और इजरायली पुलिस के बीच झड़प हो गई थी.

गाजा पर हमास का कंट्रोल है. हमास, फिलिस्तीन का एक राजनीतिक संगठन और सशस्त्र संस्था है. दोनों देशों के बीच शुरू हुए इस संघर्ष में हमास की बड़ी भूमिका है.

हमास द्वारा इजरायल पर किए जा रहे हवाई हमलों के जवाब में ही गाजा पर एयर स्ट्राइक की जा रही है. जो फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रही.

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष की कहानी बहुत पुरानी है. दो देशों के बीच संघर्ष की एक जड़ इजरायल की राजधानी यरुशलम से भी जुड़ी हुई है. दरअसल, फिलिस्तीन यरुशलम पर अपना दावा करता है.

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच इन दिनों भयानक संघर्ष चल रहा है. दोनों देशों के बीच ये संघर्ष 7 मई को शुरू हुआ था, जिसमें अभी तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल के हमले में गाजा (फिलिस्तीन का एक क्षेत्र) में अभी तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है.

जिनमें 14 बच्चे और 3 महिलाएं भी शामिल हैं. मारे गए लोगों में हमास के कई बड़े कमांडर भी बताए जा रहे हैं. इसके अलावा 300 से भी ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.

घायलों में 86 बच्चे और 39 महिलाएं हैं. वहीं, फिलिस्तीन की तरफ से हुए हमले में भी इजरायल के कुछ लोगों की जान गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष जल्द नहीं रुका तो ये एक तीसरे विश्व युद्ध की वजह भी बन सकता है.