JNU हिंसा: कश्मीर में अचानक हुआ ऐसा, देख नेताओ ने छोड़ी कुर्सी

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू में रविवार को हुई हिंसा के विरूद्ध मुंबई में सोमवार देर शाम से जारी प्रदर्शन आज समाप्त हो गया.

 

महाराष्ट्र में प्रदर्शनकारियों को गेटवे ऑफ इंडिया से आजाद मैदान शिफ्ट कर दिये जाने के बाद प्रदर्शन को समाप्त कर दिया गया. इस बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बोला है कि गेटवे ऑफ इंडिया प्रदर्शन की जगह नहीं है. उन्होंने आगे बोला कि प्रदर्शन के दौरान ‘फ्री कश्मीर’ का पोस्टर लहराने वाली महिला के विरूद्ध मुंबई पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी.

दरअसल, सोमवार को मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर जेएनयू हिंसा के विरूद्ध प्रदर्शन के दौरान एक महिला ने ‘फ्री कश्मीर’ का पोस्टर लहराया था. मुंबई पुलिस ने उस महिला की पहचान कर ली है. उस महिला का नाम तेजल प्रभु उर्फ मिर्जा प्रभु के रूप में हुई है. 37 वर्षीय महिला प्रभु एक कवि  स्टोरीटेलर हैं.

हिन्दुस्तान टाइम्स से गृह मंत्री देशमुख ने स्पष्ट बोला कि गेटवे ऑफ इंडिया वह स्थान नहीं है, जहां लोग प्रदर्शन करे. यहां प्रदर्शन करने से मुंबई के लोगों को समस्या होती है  ट्रैफिक पर भी इसका प्रभाव पड़ता है. उन्होंने बोला कि हम गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन कर रहे किसी भी स्टूटेंड के विरूद्ध मुकदमा दर्ज नहीं करेंगे. हमने सिर्फ प्रदर्शन स्थल को बदलकर आजाद मैदान किया है.

देशमुख ने आगे बोला कि पुलिस ने ‘फ्री कश्मीर’ पोस्टर के साथ विरोध कर रही महिला की पहचान कर ली है. हमने उसकी पहचान कर ली है  उसके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करेंगे. हमने प्रदर्शनकारियों से अनुरोध किया है कि वे ऐसा कोई तख्तापलट न करें जो उन्हें संकट में डाले.

दरअसल, रविवार को जेएनयू कैंपस में नकाबपोश हमलावलों ने करीब 4 घंटे तक तांडव मचाया था  छात्रों-शिक्षकों को बुरी तरह पीटा था. जेएनयू हिंसा में करीब 28 लोग घायल हो गए थे, जिमनें जेएनयू विद्यार्थी संघ अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल थीं.