26 जनवरी: गणतंत्र दिवस से पहले नज़र आया सेना का…

ओएफबी की तरफ से मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत प्रोजेक्‍ट धनुष को लॉन्‍च किया गया था। प्रोजेक्‍ट के तहत ओएफबी और इंडियन आर्टिलरी के सहयोग से धनुष को तैयार करना था।

 

इनके सहयोग से सबसे भरोसेमंद और सेना के लिए अनुकूल तोप को तैयार किया जा सका। इसे एडवांस्‍ड नेविगेशन और पोजिशनिंग सिस्‍टम के साथ तैयार किया गया है।

आर्मी 155 एमएम आर्टिलरी गन का इंतजार तीस वर्षों से कर रही है। धनुष के निर्माण में देश की 39 ऑर्डिनेंस फैक्ट्र‍ियों की मेहनत लगी है।

धनुष 15 सेकेंड में तीन राउंड, तीन मिनटमें 15 राउंड और 60 मिनट में 60 राउंड्स फायर कर सकती है। इसकी अधिकतम रेंज 38 किमी है। इस तोप को बोफोर्स से भी बेहतर करार दिया जा रहा है।

गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार सेना की एयर डिफेंस कोर भी परेड का हिस्‍सा होगी। इसके अलावा चौथी पीढ़ी की आर्मी ऑफिसर कैप्‍टन तानिया शेरगिल के नेतृत्‍व में सिग्‍नल कोर मार्च करेगा।

26 जनवरी को राजपथ पर जब गणतंत्र दिवस की परेड होगी तो उस दौरान पहली बार देश में बनी तोप धनुष को दुनिया के सामने लाया जाएगा। पहला मौका है जब इस तोप को सेना सबके सामने लेकर आएगी।

पिछले हफ्ते इन तोप का पहला बैच सेना में शामिल हो गया था। इसके बाद ऑर्डिनेंस फैक्‍ट्री बोर्ड (ओएफबी) को 118 तोपों का आर्डर दिया गया था। जल्‍द ही सेना में इस तरह की कुछ और तोपों को शामिल किया जाएगा।