हाल ही में क्राइम का एक मुद्दा बालासोर से सामने आया है। जी दरअसल ओडिशा में पहली कक्षा के एक बच्चे को स्कूल में एक घंटे से ज्यादा समय तक अकेले रहना पड़ा क्योंकि स्कूल के कर्मचारी ने शौचालय की जाँच किए बिना ही स्कूल का दरवाजा बंद कर दिया व अब इस मुद्दे में बालासोर स्थित सरकारी महावीर नोडल स्कूल की प्रधानाचार्या को अपने काम में कोताही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
इस मुद्दे में मिली खबरों के मुताबिक बीते को बताया कि ”को पहली कक्षा का एक बच्चा एक घंटे से ज्यादा समय तक स्कूल में अकेले रहा। वह शौचालय गया था लेकिन उसी दौरान स्कूल के कर्मचारी ने वहां किसी के होने की जाँच किए बिना ही दरवाजा बंद कर दिया। बच्चे के पिता को उसे लेने के लिए स्कूल पहुंचने में कुछ देर हो गई थी। ” वहीं इस मुद्दे में आगे सूत्रों ने बताया कि ”बच्चा स्कूल के दरवाजे के पास आकर रोने लगा। इसके बाद वहां से गुजर रहे लोगों ने बच्चे को चुप कराया व उस कर्मचारी को बुलाया, जिसके पास स्कूल की चाभी थी। ”
वहीं इस मुद्दे में बच्चे के पिता ने बोला ”स्कूल के द्वार पर ताला लगाने वाले कर्मी ने यह जाँच ही नहीं की कि अंदर कोई है या नहीं। मेरे बेटे ने शौचालय जाने से पहले टीचर को सूचित किया था। ” वहीं इस मुद्दे में प्रधानाचार्या शांति प्रतिमा महापात्र का बोलना है कि ”स्कूल सड़क के किनारे होने की वजह से वह द्वार पर ताला लगवा देती थीं। ”