31 दिसंबर तक परेशान करेगी ठंड पुरे उत्तर भारत में बरसेंगे ओले व होगी मुसलाधार बारिश

धूप का तो कोई प्रभाव है नहीं हवा ने व ज्यादा परेशान कर दिया है. वर्ष 2019 के जाते-जाते ठंड ने वो प्रभाव दिखाया है जो पिछले दस वर्षों में नहीं दिखाया था. शनिवार को 4.8 डिग्री तापमान के बाद रविवार की प्रातः काल सर्दी का यही आलम है. इतवार को टेम्प्रेचर ने राहत नहीं दी है. 4.8 पर बना हुआ है. गया की भी यही स्थिति है. यहां भी ठिठुरन बनी हुई है.

राजधानी समेत सारे प्रदेश में 31 दिसंबर तक कोहरे व कनकनी का अहसास कराने वाली ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है. अधिकतम तापमान में गिरावट के कारण कोल्ड-डे की भी स्थिति बनी रहेगी. मौसम विभाग के अनुसार पहली जनवरी को प्रदेश में बादल छाए रहेंगे. कुछ जगहों पर बूंदाबांदी की आसार है. पटना में इन दिनों सामान्य अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए था लेकिन 19 दिसंबर से लगातार यह सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड किया जा रहा है.

शनिवार को अधिकतम तापमान 15.4 डिग्री रहा. हवा में आद्र्रता 94 फीसद रही. इस कारण हाड़ कपांने वाली ठंड का अहसास हुआ. लोग घरों में दुबके रहे. प्रातः काल में कोहरे के कारण दृश्यता शून्य रही. बीते दस दिनों से पटना का अधिकतम तापमान सामान्य से औसतन पांच डिग्री सेल्सियस से अधिक कम रहने के कारण कंपकंपी वाली ठंड से जनजीवन प्रभावित हो गया है. पटना सहित प्रदेश के अधिकतर इलाके शीतलहर से प्रभावित रहे.

मौसम में चौंकाने वाला बदलाव

इस साल दिसंबर में पहली बार अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया. बीते आठ सालों में 2014 व 2012 में 29 दिसंबर को कोल्ड-डे की स्थिति थी. 2012 में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री व अधिकतम 19 डिग्री सेल्सियस था. 2014 में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री व अधिकतम 16 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था. इस बार अधिकतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा है.

विजिबिलिटी शून्य

शनिवार को कोल्ड-डे के कारण राजधानी व आसपास के इलाके में जनजीवन प्रभावित रहा. प्रातः काल से घने कोहरे की चादर ओढ़े शहर में शून्य विजिबिलिटी रही. लोग देर तक घरों में दुबके रहे. स्कूल बंद रहे. दोपहर बाद थोड़ी देर के लिए कोहरा कम हुआ लेकिन धूप में गर्माहट नहीं आई. कुछ जगहों पर सूर्य के थोड़ी देर के लिए दर्शन हुए.