दिल्ली-NCR, UP के कांवड़ियों के लिए नए नियम, जानना बेहद जरूरी

उत्तराखंड कांवड़ यात्रा अगले महीने 15 जुलाई से शुरू होने वाली है। यूपी, दिल्ली-NCR, हरियाणा, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वाले कांविड़ियों के लिए कांवड़ यात्रा 2023 के लिए इस बार नए नियम लागू किए गए हैं। हरिद्वार हरकी पैड़ी पर गंगा जल लेकर कांवड़िए वापस लौट जाते हैं।

कांवड़ यात्रा हरिद्वार में चार से 15 जुलाई तक होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए उत्तराखंड के साथ आसपास के सात राज्य भी तैयारी में जुट गए हैं। इस बार बिना आईडी के कांवड़ यात्रियों को उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 12 फीट से ज्यादा ऊंची कांवड़ नहीं लाने दी जाएगी। डीजे पर प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन आवाज को नियंत्रित रखा जाएगा।

कांवड़ यात्रा में इस बार साढ़े तीन से चार करोड़ कांवड़ियों के आने का अनुमान है। ऐसे में कानून व्यवस्था, यातायात सहित तमाम तरह की दिक्कतों को देखते कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन और 130 सेक्टर में बांटा गया है। इसकी व्यवस्था में लगे नोडल अधिकारियों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाएंगे।

उत्तराखंड से सटे अंतरराज्यीय बैरियरों पर संयुक्त पुलिस चेकिंग, सोशल मीडिया पर भेजे जाने वाले संदेशों की निगरानी रखने आदि के संबंध में सहयोग की अपील की। बताया गया कि कांवड़ यात्रा रूट पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनात की जाएगी।

कांवड़ मेले में इस बार पार्किंग की दिक्कत नहीं होगी। कांवड़ में पहली बार भारत माता मंदिर मार्ग और चमगादड़ टापू में भी वाहन पार्क होंगे। मेलाधिकारी कार्यालय की ओर से पांच पार्किंगों का टेंडर जारी कर दिया है। मेले के दौरान शहर के अंदर पार्किंग को लेकर दिक्कतें होती थीं। इस बार जिलाधिकारी के आदेश पर नई पार्किंग बनाई गई है।

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए हरिद्वार पुलिस ने क्यूआर कोड जारी किया है। मोबाइल पर इसे स्कैन करने पर वाहन पार्किंग, रूट डायवर्जन, खोया-पाया सेल सहित सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिल जाएगी। संपूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र 333 सीसीटीवी कैमरों से कवर है, जिसमें पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगे हैं। घाटों पर जल पुलिस की तैनाती सहित थाना स्तर पर सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है।