सुशांत की मौत को लेकर सामने आया ये बड़ा सच, तकिया से दबाकर…

इरफान खान की मौत के बाद उन्होंने सुशांत को अपनी फिल्म में हीरो बनाया था। साथ ही इमरान जाफरी ने भी उन्हें अपनी फिल्म में लीड रोल दिया था।

 

एक हफ्ते पहले ही उनकी एक्समैनेजर ने भी चौधरी मंजिल से छलांग मारकर आत्महत्या कर ली थी पूर्णविराम यही नहीं बल्कि उनके और दो साथियों ने आत्महत्या की थी(मनमीत ग्रेवल,प्रेक्षा मेहता)।

हालांकि हमे पता नहीं कि वह सुसाइड था या कुछ और। उन्होंने फिर लिखा कि सुशांत को लटके हुए देखते समय घर में सिर्फ 3 लोग थे और तीनों ने यह कहा कि सुशांत पर्दे की मदद से लटके हुए थे। लेकिन उनकी गले पर जो निशान बना है वह किसी प्लास्टिक के रस्सी का है।

जो व्यक्ति कर सकता है वह कभी डूब के नहीं मर सकता वैसे ही जो व्यक्ति अपने हाथों पर खड़ा हो सकता है वह कभी फांसी नहीं लगा सकता। इससे उनका मतलब यह था .

सुशांत  सिंह राजपूत अपने हाथों में खड़े होने की क्षमता रखते थे इसलिए अगर उनका दम जैसे घुटने लगता वे अपने हाथों से रस्सी को खींच कर उस पर लटक जाते और फंदा खोल लेते।

 फिर उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने मरने की वजह लटकना बताया लेकिन मरने की वजह दम घुटना भी हो सकती है और यह कानून के साथ खिलवाड़ है।हालांकि यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि पुलिस वैसे ही चीजों को जल्द सुलझाने की कोशिश करती है .

ताकि उनकी नंबर ऑफ सॉल्व्ड केसेस बढ़ सके जो कि कभी-कभी सच के साथ भी नाइंसाफी हो जाता है अगर लोग यह सोचते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत को फिल्में नहीं मिल रही थी तो मैं आपको बता दूं कि फिल्म  निर्माता आनंद गांधी अपने फिल्म इमरजेंसी के लिए सुशांत सिंह राजपूत को साइन कर चुके थे।

सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर अब नए खुलासे हो रहे हैं। हाल ही में एक अधिवक्ता ने ट्विटर पर ट्वीट करके कुछ जानकारियां शेयर की है जिसके अनुसार सुशांत सिंह राजपूत की हत्या नहीं बल्कि हत्या हुई थी।