डोनाल्ड ट्रंप की जगह अब ये बनेंगे अमेरिका के राष्ट्रपति , चुनाव के परिणाम आने के बाद…

व्हाइट हाउस के लिए डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रतिद्वंदी जो बाइडेन के बीच हो रही यह दौड़ अब तक की सबसे कड़वाहट और आरोप-प्रत्यारोप भरी मानी जा रही है।

चुनाव के दिन हिंसा, लूटपाट और झड़प की आशंकाओं के बीच मैनहट्टन के पॉश फिफ्थ एवेन्यू की दुकानों के साथ ही शहर के अन्य इलाकों में भी दुकानदार सुरक्षा उपाय करते नजर आए।

न्यूयॉर्क पुलिस ने कहा है कि मैनहटन इलाके के कुछ हिस्सों को बंद किया जा सकता है। इस इलाके में अगर लूट की घटना हुई, तो किसी भी कार या पैदल जाने वाले लोगों को अनुमति नहीं होगी।

न्यूयॉर्क के जिन इलाकों में प्रदर्शनकारी जमा हैं, वहां पर हजारों की तादाद में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस ने अपने ट्रकों में बालू भर रखा है। इन वाहनों को इसलिए तैनात किया गया है ताकि अगर प्रदर्शनकारियों की भीड़ बढ़े तो उसे गाड़ियों के बैरियर के जरिए रोका जा सके।

मंगलवार दोपहर में ही ट्रंप टावर के सामने प्रदर्शनकारी जमा हो गए थे। यही नहीं मैनहटन के अन्य इलाकों में भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हो गए हैं। न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के प्रमुख ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है।

उधर, शहर के मेयर बिल डी ब्लासियो ने दावा किया है कि बिजनस प्रतिष्ठानों को लूट की घटना से डरने की जरूरत नहीं है। इससे पहले, ट्रंप के विरोधी ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ के लोगों ने यहां पर जमकर प्रदर्शन किया था। इसमें दुकानों को काफी नुकसान पहुंचा था।

चुनाव परिणाम के बाद हिंसा की आशंका को लेकर अमेरिकी जनता सहमी हुई है। वाशिंगटन से लेकर शिकागो तक में बड़े-बड़े शो रूम, मंत्रालय, विभागों को प्लाईवुड से बंद कर दिया गया है। वहीं एतियातन दुकानों और बाजारों को बंद किया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई है। ब्लैक लाइव्स मैटर के लोगों ने किया प्रदर्शन.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम आने के बाद हिंसा की आशंका है। इसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। व्हाइट हाउस और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के न्यूयॉर्क के मैनहटन स्थित ‘ट्रंप टावर’ को किले में बदल दिया गया है। बड़ी संख्या में हथियारबंद सुरक्षाकर्मियों ने अपने ट्रकों के साथ ट्रंप टॉवर को घेर लिया है।