चीन को करारा जवाब देने की तैयारी में भारत, इस्तेमाल किया जाएगा…

चीन ने यहां वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का उल्लंघन किया था। भारत का स्टैंड इस मामले में अडिग है और वह एक कदम भी पीछे नहीं हटेगा.

 

इसके साथ ही सरकार शांतिपूर्ण और डिप्लोमेटिक हल निकालने के प्रति भी समर्पित है। भारत-चीन के अनसुलझे सीमा विवाद की पृष्ठभूमि में लद्दाख में चीन की करतूत सामने आई थी।

उच्च सरकारी सूत्रों ने एक अख़बार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि भारत अपने हितों की कड़ाई और दृढ़ता के साथ रक्षा करेगा। इस विवाद के शांतिपूर्ण हल के लिए सभी चैनलों के जरिए पर्याप्त संसाधनों का इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके साथ ही सरकार ने संकेत दिए कि अग्रिम मोर्चे पर खड़ी भारतीय सेना एलएसी पर चीन की किसी भी तरह की घुसपैठ का प्रतिरोध करने के लिए मुस्तैद है।

इसके साथ यही नहीं बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण गतिविधियां भी भारत जल्द शुरू करेगा जो कोरोना वायरस की वजह से ठप पड़ी थीं। एक सूत्र ने बताया कि इसके साथ ही चीन के साथ इस हिमालयी क्षेत्र में गतिरोध खत्म करने के लिए खुला और लचीला रुख अपनाया जाएगा।

सूत्र ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि भारत ने हमेशा वास्तविक नियंत्रण रेखा का पालन किया है लेकिन चीन वक्त-वक्त पर अनसुलझी सीमा को लांघता रहा है।

सरकार को नहीं पता कि उनका उद्देश्य क्या है। सूत्र के मुताबिक पूर्वी लद्दाख में सभी गतिविधियां और बॉर्डर पट्रोल (गश्त) एलएसी के अपने इलाके में चल रहा है।

चीन और भारत के बीच कोरोना संकट के दौरान भी तनाव का माहौल बना हुआ है. आपको बता दें की ऐसे में लद्दाख में चीन और भारत के सैनिक आमने-सामने हैं।

उधर मोदी सरकार इस मुद्दे पर चीन को करारा जवाब देने की तैयारी कर रही है। भारत पूर्वी लद्दाख के तनाव वाले इलाके में दृढ़ता से ‘ड्रैगन’ की चाल को नाकाम करने में जुटा है।