An Indian Army Parachute Regiment contingent marches past during Army Day parade in New Delhi, India, Thursday, Jan. 15, 2009. (AP Photo/Gurinder Osan)

चीन को सबक सिखाने के लिए भारत ने उठाया ये बड़ा कदम, लद्दाख में पहुचे सेना प्रमुख

इस दौरे के दौरान नरवणे चीन के साथ 22 जून की बैठक में हुए फैसले की एक-एक जानकारी भी लेंगे। इसमें 14वीं कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और नॉर्दन आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी भी मौजूद रहेंगे।

लेह पहुंचने के तुरंत बाद जनरल नरवणे ने मंगलवार को सेना के अस्पताल का दौरा किया जहां 15 जून को गलवान घाटी में घायल हुए 18 सैनिकों का उपचार चल रहा है। उन्होंने सभी घायल सैनिकों से बातचीत की और बहादुरी के लिए उनकी प्रशंसा की।

बता दें कि एक संकरी घाटी में समझौते का उल्लंघन करते हुए चीन की सेना द्वारा निगरानी पोस्ट बनाए जाने को लेकर गलवान घाटी में संघर्ष हुआ जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए।

पिछले हफ्ते एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने लद्दाख और श्रीनगर हवाई अड्डों का दौरा किया था और क्षेत्र में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारतीय वायुसेना की तैयारियों की समीक्षा की थी। सोमवार को लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने चीन के साथ तनाव कम करने के लिए तिब्बत सैन्य जिले के कमांडर मेजर जनरल ल्यू लिन के साथ 11 घंटे बैठक की थी।

भारत चीन के बीच जारी तनाव के बीच भारतीय सेना के चीफ जनरल एमएम नरवणे लद्दाख दौरे पर हैं। अपनी यात्रा के दूसरे दिन सेना प्रमुख ने बुधवार को पूर्वी लद्दाख में आगे के क्षेत्रों का दौरा किया और ऑपरेशनल स्थिति की समीक्षा की।

सेना प्रमुख ने उच्च मनोबल के लिए सैनिकों की सराहना की और उन्हें उत्साह के साथ काम जारी रखने के लिए प्रेरित किया।सेना के सूत्रों के अनुसार प्रमुख जनरल एमएम ने तैनात जवानों को उनके शानदार काम, उत्साह और साहस के लिए प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया।