भारत ने अमेरिका को पीछे कर रचा ये बड़ा इतिहास, अचानक तैयार किया ये…

जिससे हर एक भारतीय को गर्व का एहसास होगा। तो चलिए आपको बताते है वो काम. बता दें कि आईएनएस विक्रमादित्य पर तेजस लडा़कू विमान की लैंडिंग के साथ ही भारत जंगी जहाज पर उतरने में सक्षम विमान तैयार करने वाला दुनिया का छठा देश बन गया है।

भारत दुनियाभर में एक ऐसा मुल्क है कि जो लगातार तरक्की की राह पर बढ़ रहा है. आपको बता दें कि एक बार फिर भारत ने इतिहास रच दिया है.

1990 के दशक में भारत ने मिग-21 के विकल्प के तौर पर हल्के युद्धक विमान (एलसीए) का निर्माण शुरू कर दिया था। 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एलसीए को तेजस नाम दिया। तेजस एक संस्कृत शब्द है, जिसका हिंदी अर्थ अत्यधिक शक्तिशाली ऊर्जा होता है।

आपको बता दें कि इससे पहले अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन यह उपलब्धि दर्ज कर चुके हैं। वहीँ इस ऐतिहासिक मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डीआरडीओ के बनाए एलसीए तेजस की आईएनएस विक्रमादित्य पर पहली लैंडिंग के बारे में जानकर बेहद खुशी हुई। यह लैंडिंग भारतीय लड़ाकू विमान विकास कार्यक्रम के इतिहास में शानदार घटना है।

ज्ञात हो कि एकल इंजन वाला तेजस जल्द सेवानिवृत्त हो रहे मिग-21 की जगह लेगा। बढ़े हादसों के चलते मिग-21 उड़ते ताबूत कहलाने लगे हैं। फ्रांस से मिले राफेल और रूस के सहयोग से निर्मित सुखोई सू-30 एमकेआई के साथ तेजस भारतीय वायुसेना की ताकत बनेगा।