चीन पर चढ़ाई करनें की तैयारी में भारत, करने जा रहा ये काम

कोरोना आपदा की वजह से इसे अब दिसंबर 2021 तक डिलेवरी की बात कही जा रही है। पर भारत इस सिस्टम की जल्दी से जल्दी आपूर्ति चाहता है। भारत ने पिछले साल ही इस सिस्टम के लिए एडवांस राशि दे भी दी है।

 

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी आज 3 दिवसीय रूस दौरे पर निकल चुके हैं। इस दौरान कई और रक्षा समझौतों पर चर्चा हो सकती है। भारत-चीन विवाद के मद्देनजर रक्षामंत्री का रूस दौरा बहुत अहम् माना जा रहा है।

रूस दौरे पर रवाना होनें से पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के प्रमुख के साथ मीटिंग की और सेना को घातक हथियार ख़रीदनें के 500 करोड़ रूपये के आपात फंड की मंजूरी दे दी।

लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की कायरता के बाद पूरे देश में चीन के खिलाफ आक्रोश है। भारत भी अब चीन को सबक सिखानें की तैयारी कर रहा है। जानकारी के अनुसार, भारत ने अपनें पुराने मित्र रूस से ब्रह्मास्त्र माँगा है। भारत ने रूस से ब्रह्मास्त्र की मांग ऐसे वक्त में की है जब LAC पर चीन के साथ तनातनी जारी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, भारत ने रूस से ऐंटी मिसाइल सिस्टम S-400 को जल्दी से पाने की कोशिशों में जुट गया है। भारत ने रूस के साथ 2018 में 5 अरब डॉलर से ज्यादा की कीमत वाला यह समझौता किया था।