कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में हिंदुस्तान को मिला ये बड़ा हथियार, जानकर चौक जायेंगे आप

उन्होंने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रूस की यह वैक्सीन आपूर्ति भारत को कोरोनो वायरस महामारी की दूसरी लहर से बाहर निकलने में सहायता करेगी। शुरुआत में इस वैक्सीन की क्षमता पर सवाल उठाए गए, लेकिन बाद में जब इस साल फरवरी में ट्रायल के डेटा को द लांसेट में पब्लिश किया गया तो इसमें इस वैक्सीन को सेफ और इफेक्टिव बताया गया।

दरअसल कोविड-19 के रूसी वैक्सीन ‘स्पूतनिक-वी के तीसरे चरण के परीक्षण में यह 91.6 फीसद प्रभावी साबित हुई है और कोई दुष्प्रभाव भी नजर नहीं आया।

रूसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है कि आज यानी 1 मई को भारत में स्पूतनिक-वी वैक्सीन की पहली खेप पहुंच जाएगी। बता दें कि स्पूतनिक-वी वैक्सीन को गमालया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने मिलकर तैयार किया है।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) के एक अधिकारी के हवाले से जानकारी दी है कि भारत को 1 मई को रूसी कोरोना वैक्सीन ‘स्पूतनिक वी’ के पहली खेप मिल जाएगी। RDIF के प्रमुख किरिल दिमित्रिक ने पिछले हफ्ते समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि स्पूतनिक-वी की पहली खेप 1 मई को डिलिवर की जाएगी।

कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में हिंदुस्तान को आज एक और बड़ा हथियार मिलने जा रहा है। रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-वी की पहली खेप आज भारत पहुंच रही है।

इससे पहले भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सिन के साथ कोरोना के विरुद्ध जंग जारी है। स्पूतनिक-वी की पहली खेप आने के बाद से देश में टीकाकरण की रफ्तार और तेज हो जाएगी, क्योंकि विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में एक और वैक्सीन जुड़ जाएगी।