भारत ने चीन को दी ये बड़ी नसीहत, कहा LAC से नहीं हटी सेना तो…

बयान के मुताबिक, ‘हम चीन से उम्मीद करते हैं कि सेना को पीछे हटाने को लेकर जो सहमति बनी है उसका वह ईमानदारी के साथ अनुसरण और सीमाई इलाकों में शांति एवं सौहार्द की बहाली की दिशा में अपने प्रयास तेज करेगा।

 

सीमा पर जो अभी स्थिति है वह आगे भी यदि जारी रही तो इससे दोनों देशों के रिश्ते को और खराब करेगा।’ विदेश मंत्रालय ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में एलएसी के पास हुए घटनाक्रमों का विवरण दिया है।

बयान में आगे कहा गया है, ‘सबसे जरूरी बात यह है कि मई कि शुरुआत से ही चीन ती तरफ से वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास बड़ी संख्या में अपनी फौज एवं बड़े हथियारों का जमावड़ा किया गया है।

यह हमारे विभिन्न द्विपक्षीय करारों के प्रावधानों के अनुरूप नहीं है।’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘इस साल चीन की सेना ने जो आचरण किया है.

उससे आपसी रूप से सहमत नियमों की पूरी तरह से अवहेलना हुई है। यह एक तर्कसंगत उम्मीद है कि गश्त करने वाले जवानों को उनको अपना काम करने से रोका नहीं जाएगा क्योंकि यह उनका वैध कर्तव्य है।’

वास्ततिव नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की ओर से सैनिकों की संख्या बढ़ाए जाने और उसकी पैंतरेबाजी पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को चीन को चेताते हुए कहा कि पूर्वी लद्दाख में पीछे हटने पर बनी सहमति को लागू नहीं करने पर इसके गंभीर दुष्परिणाम होंगे क्योंकि मौजूदा स्थितियां यदि आगे भी जारी रहीं तो द्विपक्षीय संबंधों पर इसका नकारात्मक असर पड़ेगा।

एलएसी पर बने तनाव पर विदेश मंत्रालय ने एक विस्तृत बयान जारी किया है।विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में साफ संदेश दिया है कि एलएसी पर जो अभी हालात हैं वे लंबे समय तक नहीं बने रहने चाहिए।