चीन की PLA ‘युद्ध की तैयारियों’ के तहत इसे अंजाम दे रही है। युद्ध की परिस्थितियों के लिए चीनी सेना अपने सैनिकों के लिए नए और स्थायी बैरक निर्माण किया जा रहा है।
बता दें कि इससे पहले सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ था कि चीन बड़े पैमाने पर नागरी इलाके और एयरबेस पर निर्माण कार्य करने में जुटा हुआ है, जो कि LAC के कुछ ही दूर पर है। इस सच के सामने आने के बाद चीन ने पहली बार ये स्वीकार किया है कि एलएसी पर वह बड़े पैमाने पर तैयारियों में जुटा हुआ है।
पहले खबर थी कि चीनी सेना सर्दियों के लिए अपनी तैयारियां कर रही है। जी हां, चीन द्वारा सोलर और गैस हीटेड ट्रूप कंटेनर्स और स्नो टेंट लगाए जा रहे हैं। जिससे यह स्पष्ट होता है कि इन सर्दियों में भी लद्दाख में गतिरोध वाली जगहों पर चीनी सैनिक तैनात रहेंगे।
वहीं इस बीच चीनी मीडिया ने दावा किया है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने पहली बार अपने लद्दाख से सटे तिब्बत के नागरी इलाके में सैनिकों के लिए नए आधुनिक बैरक बनाए हैं और भारी तोपें तैनात की हैं।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव अपने चरम पर है। दोनों देशों के बीच बीते काफी महीने से तनातनी का माहौल है।
इसे कम करने के लिए कई राउंड वार्ता हुई, लेकिन उससे भी कोई रास्ता नहीं निकला। एक तरफ भारतीय पक्ष द्वारा बातचीत के जरिए सीमा पर शांति स्थापित करने की कोशिश की जा रही है तो इसके विपरीत चीनी पक्ष तनाव को और बढ़ाने का काम कर रहा है।