भारत ने एलएसी पर तैनात किया ये, देख चीन का हुआ बूरा हाल

भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने बुधवार को कहा कि पूर्वी क्षेत्र में एयरफोर्स की ताकत बढ़ाने और दुश्मनों को सबक सीखाने के लिए राफेल फाइटर जेट को हासीमारा एयरबेस पर तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि चीन धीरे-धीरे बॉर्डर पर अपनी ताकत बढ़ा रहा है. इसको देखते हुए भारत ने भी एहतिहातन ये कदम उठाया है.

भूटान के आसपास, अरुणाचल की सीमा पर भी चीनी एयरबेस बनाये जाने की खबर है. दो साल पहले हुए गलवान घाटी संघर्ष के बाद भारत और चीन के बीच तनाव अब तक कम नहीं हुआ है. हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीनी समकक्ष से मुलाकात में कहा कि भारत यथास्थिति पर कोई भी एकतरफा बदलाव स्वीकार नहीं करेगा.

बता दें कि इससे पहले हासीमारा में मिग-27 की तैनाती की गयी थी. राफेल के आ जाने के बाद मिग-27 को हटा दिया गया है और इसकी जगह राफेल की तैनाती की गयी है.

पिछले दिनों खबरें आयी थी कि एलएसी पर चीन अपनी वायुसेना की ताकत बढ़ा रहा है. चीन ने करीब 16 वायुसेना एयरबेस को मजबूत बनाया है. इसमें से कई एयरबेस नये बनाये गये हैं.

चीन की गुस्ताखी का जवाब देने के लिए भारत ने अग्रिम मोर्चे पर लड़ाकू विमान राफेल तैनात किया है. बुधवार को भारतीय वायुसेना ने इस बात की जानकारी दी.

राफेल की तैनाती से वास्तविक नियंत्रण रेखा के पूर्वी कमान पर भारत की ताकत बढ़ गयी है. भारत ने हासीमारा के वायुसेना एयरबेस पर फ्रांस से खरीदे गये राफेल फाइटर जेट को तैनात किया है.