भारत-चीन विवाद के करीब आया ये देश, बिगड़ सकते हालात , किसी भी वक्त…

पूर्वी लद्दाख में तनाव इस साल जून में चरम पर था, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। अमेरिका ने कहा, “हम एक सरकार के रूप में हिमालय की स्थिति को बारीकी और समझ से कवर कर रहे हैं।

 

हम निश्चित रूप से यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि स्थिति आगे न बढ़े।” उन्‍होंने कहा, ”हम समर्थन प्रदान कर रहे हैं, चाहे रक्षा बिक्री के माध्यम से, अभ्‍यास के माध्‍यम से या साथ ही जानकारी साझा करने के माध्‍यम से। ये सभी क्षेत्र हैं, जहां हम भारतीयों के साथ सहयोग करते हैं।”

अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत अगले महीने उच्च स्तरीय मालाबार नौसैनिक अभ्यास करेगा। ऑस्ट्रेलिया 2007 के बाद पहली बार उच्च स्तरीय नौसैनिक अभ्यास पर लौट रहा है, जब उसकी भागीदारी की चीन ने आलोचना की।

उन्होंने कहा, “हिमालय से दक्षिण चीन सागर तक इंडो-पैसिफिक में चीन के बढ़ते आक्रामक व्यवहार को देखते हुए यह पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कि हम भारत जैसे समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ काम करें। ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत की हालिया मालाबार नौसेना अभ्यास घोषणा को देखकर हम प्रसन्न थे।”

अमेरिका ने कहा कि वह दक्षिण चीन सागर में अपनी सैन्य उपस्थिति सहित दक्षिण पूर्व एशिया में भारतीय भागीदारी में वृद्धि का स्वागत करता है और हिमालय से विवादित समुद्री क्षेत्र में “चीन के आक्रामक व्यवहार” का मुकाबला करने के लिए समान विचारधारा वाले सहयोगियों के साथ काम कर रहा है। दक्षिण चीन सागर ही नहीं, बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया में बढ़े सहयोग को लेकर हम भारतीयों के साथ बातचीत चल रही है।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पेओ और अमेरिकी रक्षा सचिव मार्क ग्रैफ अगले हफ्ते भारत दौरे पर होंगे। इससे पहले ट्रम्प प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका लद्दाख में भारत-चीन विवाद को करीब से देख रहा है। वह नई दिल्ली के साथ जानकारी साझा कर रहा है और यह सुनिश्चित करना चाहता है कि स्थिति आगे न बढ़े।