चीन के खिलाफ भारत के साथ आया ये देश, शुरू की ये तैयारी

ये प्रशिक्षण अमेरिका के पास समुद्री क्षेत्र में गुआम में दी जाएगी, जहां पर कुछ समय पहले अमेरिका और सिंगापुर के बीच फाइटेर जेट ट्रेनिंग का स्थान बनाने को लेकर विचार हुआ था.

गुरुवार को अमेरिकी संसद में इसके बारे में जानकारी दी गई. यानी जो करार अमेरिका और सिंगापुर के बीच हुआ था उसमें अब भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान को शामिल कर लिया जाएगा. इसका उद्देश्य है कि अमेरिका अपने मित्र देशों की मदद कर सके और आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार कर सके.

इसके तहत कई प्रकार की मिसाइलों को इंडो-पैसेफिक रीजन में तैनात किया जाएगा, जिसमें लॉन्ग रेंज एंटी शिप मिसाइल भी शामिल होगी. इस इलाके में चीन के बढ़ते हुए वर्चस्व को देखते हुए लंबे समय की रणनीति के हिसाब से इसे कारगर माना जा रहा है. इसके साथ ही अमेरिका इस इलाके में फॉरवर्ड पोस्ट भी बनाएगा, जहां किसी भी स्थिति में तैयारी की जा सके.

चीन की चालबाजी ने केवल भारत ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों के परेशान कर रखा है. अमेरिका भी लगातार चीन के खिलाफ रणनीति बनाने में लगा हुआ है. अब अमेरिका की तरफ से तैयारी की जा रही है कि वह अगले कुछ समय में भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया को फाइटर जेट के लिए नई तरीके का प्रशिक्षण दे.

दरअसल, अमेरिका के नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट के तहत वर्ष 2021 तक भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान को फाइटेर जेट डिटेचमेंट ट्रेनिंग देने की बात कही गई है.