भारत व चीन को लेकर इस देश ने किया ये बड़ा इशारा, सामने आया…

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में सोमवार रात एक कर्नल समेत इंडियन आर्मी के 20 जवान मारे गए थे। ये पांच दशकों में सबसे बड़ा सैन्य विवाद था जिसने दोनों राष्ट्रों के बीच तनाव पैदा कर दिया है।

 

वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 22 जून को आरआईसी सम्मेलन को लेकर अनिश्चितता के बीच उनका यह बयान आया है। इस मीटिंग में हिंदुस्तान के विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा चाइना व रूस के विदेश मंत्रियों के भाग लेने की आसार है।

कुदाशेव ने ये भी कहा- ‘आरआईसी का अस्तित्व एक निर्विवाद सच है, जो दृढ़ता से दुनिया मानचित्र पर तय है। त्रिपक्षीय योगदान के मौजूदा चरण के लिए ऐसे कोई इशारा नहीं हैं कि यह बाधित होगा। ‘

सूत्रों का बोलना है कि ये मीटिंग रूस की पहल पर बुलाई गई थी, जिसमें कोरोना वायरस महामारी से निपटने व सामान्य सुरक्षा खतरों जैसे कई जरूरी मुद्दों पर चर्चा की जानी है।

गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चाइना व हिंदुस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इसी बीच रूस ने बुधवार को बोला कि RIC (रूस-भारत-चीन) का अस्तित्व एक निर्विवाद सच है व त्रिपक्षीय योगदान बाधित होने के कोई इशारा नहीं हैं।

भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने चीन-भारत के तनाव को कम करने के मकसद से उठाए गए कदमों का स्वागत किया है।उन्होंने ट्विटर पर बोला कि- ‘एलएसी पर तनाव कम करने के लिए दोनों राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों की वार्ता सहित उठाए गए सभी कदमों का हम स्वागत करते हैं। ‘