भारत और चीन के बीच बड़ा विवाद, ट्रंप के इस दावे को भारत ने बताया गलत

भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा कही जाने वाली 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा पर विवाद है. पूर्वी लद्दाख में 5 मई की शाम को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद स्थिति खराब हो गई. इस हिंसा में कई भारतीय और चीनी सैनिक घायल हो गए थे. उत्तरी सिक्किम में भी 9 मई को इसी तरह की घटना घटी थी.

हालांकि, न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है, ”पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हाल फिलहाल कोई कॉन्टेक्ट नहीं हुआ है. उनके बीच पिछली कन्वर्सेशन 4 अप्रैल 2020 को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को लेकर हुई थी.”

इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि वह भारत और चीन की सेनाओं के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध के दौरान दोनों देशों के बीच जोर पकड़ते सीमा विवाद में मध्यस्थता करने के लिए ‘तैयार, इच्छुक और सक्षम’ हैं.

उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ”हमने भारत और चीन दोनों को सूचित किया है कि अमेरिका उनके इस समय जोर पकड़ रहे सीमा विवाद में मध्यस्थता करने के लिए तैयार, इच्छुक और सक्षम है.”

भारत ने गुरुवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध को सुलझाने के लिए वह चीन के साथ सैन्य और राजनयिक स्तर पर बात कर रहा है. इसके साथ ही उसने कहा कि देश अपनी संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने के अपने सकंल्प पर अटल है.

ट्रंप ने कहा है, ”भारत और चीन के बीच एक बड़ा विवाद चल रहा है…भारत खुश नहीं है, शायद चीन भी खुश नहीं है. मैंने पीएम (नरेंद्र) मोदी से बात की. चीन के साथ जो चल रहा है, उसे लेकर वह अच्छे मूड में नही हैं.”