भारत और चीन के बीच बढ़ा तनाव, शुरू की ये तैयारी

भारत और चीन के बीच 3844 किलोमीटर लंबी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) है। भारत की ओर से डेमचक, दौलत बेग ओल्डी, गलवान नदी और लद्दाख में पैंगोंग सो झील के पास संवेदनशील इलाकों में जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है।

 

रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल अप्रैल महीने तक आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास चीनी सैनिकों के 170 मूवमेंट देखे गए।

इनमें से अकेले लद्दाख में 130 मूवमेंट हुए हैं। वहीं पिछले साल की बात की जाए तो 2019 में इसी अवधि के दौरान लद्दाख में ऐसे 110 मूवमेंट दर्ज हुए थे।

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने साल 2019 में जब बिश्केक और महाबलीपुरम में मिले थे, उस दौरान भी लद्दाख में चीनी सैनिकों के मूवमेंट में 75 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखी गई थी। वहीं 2018 के दौरान LAC के पार 284 मूवमेंट दर्ज किए गए।

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चीन की सबसे ज्यादा हवाई मूवमेंट 2019 में हुए। उधर, भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरूवार को कहा कि भारतीय सैनिक भारतीय सीमा के अंदर ही गतिविधियां कर रहे हैं। भारतीय सैनिक बॉर्डर की सुरक्षा के लिए निर्धारित प्रक्रियाओं का सख्ती पालन करते हैं।

इसके अलावा भारत ने हाल में हुई घटनाओं के लिए चीन को जिम्मेदार करार दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय सैनिक सीमा क्षेत्र से अच्छी तरह परिचित हैं। चीनी सैनिकों ने भारतीय बलों की गश्त में बाधा डाली, जिससे ये सब परेशानी खड़ी हुई।

लद्दाख और सिक्किम के पास कई इलाकों में भारत और चीन के बीच तनाव पहले से और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा है। भारत और चीन सीमा के उन इलाकों में चौकसी और जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है।

आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि लद्दाख में LAC यानि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय क्षेत्र में चीनी सैनिकों का मूवमेंट बढ़ा है।