इस देश में महिला को जहर का इंजेक्शन लगाकर दी जाएगी मौत की सजा, जानकर कॉप उठे लोग

गौरतलब है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं द्वारा किए जाने वाले हिंसक अपराधों में फांसी की सजा बहुत कम ही सुनाई जाती है। करीब 20 साल की रोक के बाद अमेरिका में 3 माह पहले ही मृत्युदंड की सजा फिर से बहाल हुई है।

 

लिसा मांटगामेरी 9वीं कैदी है जिसे यह सजा मिलने जा रही है । अमेरिका में 1953 में आखिरी बार किसी महिला को मौत की सजा सुनाई गई थी। डेथ पेनल्टी इनफार्मेशन सेंटर के अनुसार अमेरिका में फांसी का इंतजार कर रहे दोषियों में 2 प्रतिशत महिलाएं हैं।

इस दौरान उसने पहले तो 8 महीने की गर्भवती स्टीनेट का रस्सी से गला घोंट दिया था और फिर उसके बाद पेट काटकर बच्चे को लेकर भाग गई थी। बाद में इस मामले में जांच के आधार पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। पूछताछ में उसने पुलिस के सामने आपना जुर्म भी स्वीकार कर लिया था।

उसने अदालत में भी अपराध करने की बात मान ली थी। 2008 में जज ने उसे अपहरण व हत्या का दोषी ठहराया। तब सुनवाई के दौरान दोषी के वकीलों ने कोर्ट में उसके बीमार होने का तर्क दिया था। लेकिन जज ने उनकी बात को मानने से इंकार कर दिया था।

यहां ये भी बता दें कि तकरीबन 20 वर्ष की रोक के बाद 3 माह पहले ही मृत्युदंड की सजा फिर से बहाल हुई है। लिसा मांटगामेरी 9वीं ऐसी कैदी है जिसे यह सजा मिलने जा रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2004 में पालतू कुत्ता खरीदने के बहाने 23 वर्षीय बॉबी स्टीनेट के मिसौरी स्थित घर पहुंचकर लिसा मांटगोमेरी ने उसकी हत्या कर दी थी।

अमेरिका में एक गर्भवती की हत्या करने और उसका पेट काटकर बच्चे के अपहरण करने के मामले में कोर्ट द्वारा एक महिला को दोषी पाए जाने पर मौत की सजा सुनाई गई है।

8 दिसंबर को जानलेवा इंजेक्शन लगाकर उसे मृत्युदंड दिया जाएगा। बता दें कि अमेरिका में करीब सात दशक बाद पहली बार किसी महिला को मौत की सजा दी जा रही है। जिस महिला को कोर्ट ने सजा सुनाई है। उसका नाम लिसा मांटोगोमैरी है। उसकी उम्र 36 साल है।