इसके बारे में चीन के शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र की एक प्रसिद्ध उइगर अमेरिकी कार्यकर्ता और वकील ने बताया कि उइगर महिलाएं चीन में नरसंहार का सामना कर रही हैं क्योंकि उनके साथ बलात्कार, अत्याचार और ब्रेनवॉश किया जा रहा है।
कैंपेन ऑफ उइगर के संस्थापक और कार्यकारी निदेशक रौशन अब्बास ने कहा, “उइगर के लोग बलात्कार,ब्रेन वॉश, जबरन नसबंदी और जबरन गर्भपात और कई अन्य प्रकार के दुर्व्यवहार का सामना कर रहे हैं। क्योंकि, इन अपराधों का अपराधी चीन की सरकार है और दुनिया यह सब जानते हुए भी चुप है।
यह अभियान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व में उन कट्टर नीतियों की सीरिज का एक हिस्सा भर है, जो वह अप्रैल 2017 से 18 करोड़ उइगर मुसलान और अन्य मुस्लिम समुदायों पर सामूहिक उत्पीड़न को अंजाम दे रहा है। चीन में न सिर्फ उइगरों के धर्मस्थलों को निशाना बनाया जा रहा है, बल्कि उइगर महिलाओं के साथ बर्बरतापूर्ण सलूक किया जा रहा है।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि इसका उद्देश्य उइगर मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है। RFA की उइगर सर्विस द्वारा विध्वंसक टोकुल मस्जिद स्थल पर शौचालय के निर्माण की रिपोर्ट सामने आने के बाद पता चला कि अधिकारियों ने 2016 के उत्तरार्ध में शुरू किए गए एक अभियान में मुस्लिमों के पूजा स्थलों को नष्ट करने के लिए तीन में से दो मस्जिदों को ढहा दिया था।
चीन में लगातार उइगर मुसलमानों को निशाना बनाकर उन पर हमले किए जा रहे हैं। इस बार उनकी आस्था को चोट पहुंचाते हुए शिनजियांग में उइगरों की मस्जिद ढहा कर वहां पर सार्वजनिक शौचालय बना दिया गया है।
रेडियो फ्री एशिया (RFA) ने बताया कि अतुश के सनतघ गांव में टोकुल मस्जिद की पूर्व साइट पर शौचालय का निर्माण एक अभियान का हिस्सा है।