इस देश में कोरोना की जगह ये दो बीमारिया ले रही लोगो की जान, WHO भी हुआ हैरान

अमेरिका में कुछ राज्यों में टेस्टिंग कम अथवा नहीं होने का कारण संसाधनों और सप्लाई का समय पर नहीं पहुँच पाना बताया जा रहा है। इसके अलावा अब लोगों ने भी टेस्टिंग में रुचि लेना बंद कर दिया है और उन्हें प्रेरित भी नहीं किया जा रहा है।

 

इसका एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि जितने ज़्यादा टेस्टिंग होंगे, उतने ज़्यादा मामले सामने आएँगे। इसलिए भी अमेरिका सहित अनेक सरकारों ने मारे भय के टेस्टिंग बंद कर दी है।

वहीँ कोविड-19 के कारण अमेरिका में दुनिया भर से ज़्यादा मौतें हुई हैं। अभी तक अमेरिका में कोविड-19 के 53 लाख मामले और एक लाख सत्तर हज़ार मौतें हो चुकी हैं।

यह यूरोप के तुलना में कहीं ज़्यादा है। अब अमेरिका के 15 राज्यों में टेस्टिंग कम हो रही है। लेकिन जिन राज्यों में टेस्टिंग का कार्य चल रहा है, वहाँ नए मामलों की पाँच प्रतिशत से ज़्यादा पुष्टि हो रही है, जो ख़तरनाक है।

अमेरिका में ह्रदय और कैंसर रोग के बाद कोविड मृत्यु का तीसरा बड़ा कारक बन चुका है। कोविड ने सड़क दुर्घटनाओं, फेफड़े रोग, अल्ज़िमर्स और मधुमेह जैसी बीमारियों को पीछे छोड़ दिया है। सेंटर फ़ार डिज़ीज कंट्रोल के पूर्व निदेशक डॉक्टर थामस फ़्रेडमैन के अनुसार अमेरिका में ह्रदय और कैंसर से सबसे ज़्यादा मौतें होती हैं।